भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की क्रिकेट लाइफ जितनी शानदार है, उतनी ही दुखदाई है उनकी पर्सनल लाइफ। बात है साल 2012 में हुई आईपीएल मैच की, जब शमी की नजर कोलकाता नाइट राइडर की एक चीयर लीडर ‘हसीन जहां’ पर पड़ी। उस चीयर लीडर की खूबसूरती ने शमी का दिल छू लिया।
फिर वह खुद को रोक नहीं सके और उन्होंने उससे मुलाकात की। धीरे-धीरे ये दोस्ती प्यार में बदल गई और शमी अपनी गर्लफ्रेंड ‘हसीन जहां’ के प्यार में लट्टू होते चले गए। लेकिन शमी को जरा भी अंदाज़ नहीं था कि वह लड़की पर अपना सब कुछ लुटा चुके हैं, और ये लड़की उनकी जिंदगी को तबाह कर देगी।
मोहम्मद शमी ने ‘हसीन जहां’ को पाने के लिए अपने परिवार के साथ का विरोध करते हुए 6 जून 2014 को उससे निकाह कर लिया। उनके निकाह में कुछ करीबी लोग ही शामिल हुए थे। ‘हसीन जहां’ शमी से उम्र में 13 साल बड़ी हैं, लेकिन इसके बावजूद शमी ने उम्र और समाज की परवाह किए बिना उनसे शादी की। लेकिन शमी को क्या पता था कि उनकी शादी उनके लिए फूल में छिपे कांटों से कम नहीं होगी। निकाह के बाद शमी को पता चला कि जिस हसीना को उन्होंने अपना जीवनसाथी बनाया है, वो पहले से ही शादीशुदा थी।
हैरानी वाली बात यह है कि कोलकाता के जाने-माने व्यापारी के बेटी हसीन जहां का दिल किराना दुकान चलाने वाले शेख सैफुद्दीन से शादी हो गई थी। फिर दोनों ने 2002 में शादी कर ली। शेख सैफुद्दीन और हसीन जहां की दो बेटियां भी हैं। लेकिन फिर हसीन ने पहले पति से तलाक ले लिया था, जिसके बाद उन्होंने आईपीएल में चीयर लीडर के रूप में काम करना शुरू किया था।
वह अक्सर शमी के साथ विदेशी टूर्नामेंटों पर जाने लगीं। फिर साल 2015 में हसीन जहां ने एक बेटी को जन्म दिया। सब कुछ ठीक चल रहा था, और फिर अचानक उनकी जिंदगी में एक तूफ़ान आया, जिसने सब कुछ बिगाड़ दिया। दरअसल, हसीन को शादी के बाद अपना मॉडलिंग करियर छोड़ना पड़ा, क्योंकि शमी के पिता तौसिफ अहमद ने उन्हें मॉडलिंग छोड़ने के लिए कहा था। धीरे-धीरे शमी और हसीन के बीच किसी ना किसी बात को लेकर अनबन बढ़ गई।
फिर हसीन ने एक दिन अचानक अपने पति पर इल्ज़ाम लगाने शुरू किए। हसीन ने शमी पर मैच-फिक्सिंग घरेलू हिंसा, अवैध संबंध और साथ ही मारपीट का भी आरोप लगाया, और फिर उन्हें कोर्ट तक ले गई । ना सिर्फ शमी, बल्कि हसीन ने शमी के भाई, मां और परिवार वालों पर भी गंभीर आरोप लगाए। यह आरोप भी लगाया कि वह उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इन आरोप के बाद तो मानों शमी जीवन में तबाही मच गई। हसीन ने शमी के जीवन में इस तरह का तूफ़ान लाया कि उनके मन में आत्महत्या करने का विचार आ गया।
मामला कोर्ट तक पहुंच गया। शमी ने खुद पर लगे सभी आरोपों को झूठा ठहराया। सालों तक ये केस चलता रहा, और फिर लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हसीन ने 2018 में शमी से 10 लाख प्रति महीना मांगे, जिनमें से 7 लाख रूपए उनके व्यक्तिगत खर्च के लिए थे, और 3 लाख बेटी के खर्च के लिए थे। लेकिन शमी ने इसे मानने से इनकार कर दिया। फिर कोर्ट ने शमी को हर महीने अपनी पत्नी को 1 लाख 30 हजार रुपए देने का आदेश दिया। 50 हजार हसीन जहां के लिए जबकि 80 हजार उनकी बेटी के खर्च के लिए। पिछले करीब 5 सालों से शमी और हसीन अपने-अपने जीवन में दूर रह रहे हैं।