कोलकाता। हावड़ा के उलबेरिया इलाके के तांतीबेरिया ग्राम के चार घरों में शनिवार देर रात विस्फोट हुआ। इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि एक-दूसरे के आसपास स्थित इन चार घरों में बड़ी मात्रा में पटाखे तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला बारूद जमा करके रखा गया था।
एक घर में रखे बारूद में विस्फोट हो गया। बाकी तीन घर भी उसके चपेट में आ गए। धमाकों से घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दरवाजों को भी काफी क्षति पहुंची है। उन घरों में उस वक्त कोई नहीं था, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। घर व उसमें जमा करके रखा बारूद उसी का बताया जा रहा है।
आतिशबाजी से तीन लोगों की हुई थी मौत
मालूम हो कि उलबेरिया में ही गत शुक्रवार को आतिशबाजी करते वक्त घर में आग लगने से तीन बच्चों की झुलसकर मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। बच्चे घर में आतिशबाजी कर रहे थे। उसकी चिंगारी से आग लग गई थी, जो तेजी से फैल गई। आग ने पास की एक दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया था। उस घटना के दो दिन बीतते न बीतते यह घटना हुई है, जिससे स्थानीय लोग आतंकित हैं।
शालीमार में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प
इधर, हावड़ा शहर के बी गार्डन थाना अंतर्गत शालीमार के नेपाली बस्ती इलाके में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर ईंट-पत्थर बरसाए गए, जिससे पूरा इलाका रणक्षेत्र बन गया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। झड़प में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित किया।
घटना के सिलसिले में पुलिस ने रवि और सुल्तान नाम के दो लोगों को हिरासत में लिया है। हावड़ा सिटी पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, एक मोबाइल की दुकान में अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर कहासुनी शुरू हुई जो पत्थरबाजी तक पहुंच गईं। डीसीपी सेंट्रल सुबीर मल पाल ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस तुरंत पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की। दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आगे की जांच जारी है।
बंगाल के छह पुलिसकर्मी गृह मंत्री पदक से सम्मानित
इधर, बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिला पुलिस के छह कर्मियों को इस साल अप्रैल में जिले के दीघा से बेंगलुरु कैफे विस्फोट मामले के आरोपियों को गिरफ्तार करने में एनआईए की सहायता करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री के उत्कृष्टता पदक 2024 से सम्मानित किया गया है।
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट मामले में आरोपित दो आतंकियों को एनआईए और बंगाल पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान के दौरान 11-12 अप्रैल की रात को पूर्व मेदिनीपुर के दीघा से गिरफ्तार किया गया था। बंगाल पुलिस ने शनिवार को एक बयान में कहा कि पूर्व मेदिनीपुर के इन छह पुलिस अधिकारियों/कर्मियों ने पूरे ऑपरेशन में बड़ी कुशलता और बहादुरी के साथ भाग लिया। उनके काम के सम्मान में उन सभी को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है।
इन्हें मिला सम्मान
सम्मानित होने वालों में उप-निरीक्षक उज्ज्वल कुमार नस्कर, प्रभारी अधिकारी, नंदकुमार थाना, एसआई सौरव मित्रा, प्रभारी अधिकारी, एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप), एसआई देबनाथ राज, प्रभारी अधिकारी, अपराध निरोधक सेल, एएसआई शांतनु नंदन राउत, दीघा थाना, एएसआई किंगशुक पाइन, एसओजी सेल और कांस्टेबल अनिमेष गिरी, एसओजी सेल हैं।