हिंदू धर्म में तुलसी का विशेष महत्ल है। आपको ज्यादातर घरों में तुलसी का पौधा मिल जाएगा। लोग तुलसी की पूजा करते हैं और बड़े नियम धर्म से तुलसी के पौधे की देखभाल करते हैं। तुलसी में जल चढ़ाने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
इतना ही नहीं आयुर्वेद में तुलसी का औषधीय महत्व भी है। कई बीमारियों में तुलसी के पत्ते, तुलसी की चाय और काढ़े असरदार साबित होता है। घर में अगर तुलसी का पौधा हरा-भरा है तो ये सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसलिए लोग तुलसी के पौधे की खास देखभाल करते हैं। सर्दियों में ठंड के कारण कई बार तुलसी का पौधा सूख जाता है। अगर आपके घर में भी तुलसी का पौधा ठीक से ग्रो नहीं कर रहा है सूखने लगता है तो गमले में ये चीजें डाल दें। साथ ही कुछ बातों का ख्याल रखने से तुलसी का पौधा सालों साल हरा भरा बना रहेगा।
तुलसी के पौधे को सूखने से कैसे बचाएं?
- तुलसी के पौधे के हराभरा कैसे बनाएं- तुलसी के पौधे के हराभरा बनाए रखने के लिए तुलसी के गमले में नीम का पानी डाल दें। नीम का पानी डालने से तुलसी की ग्रोथ अच्छी होती है। इससे पत्तियां सूखती नहीं है और तुलसी का पौधा एकदम हरा बना रहता है।
- तुलसी में पानी डालने का सही तरीका- तुलसी के पौधे को पानी की जरूरत होती है। लेकिन कई बार ज्यादा पानी डालने से भी पौधा जड़ से गलने लगता है। कम पानी डालने से पौधा सूख जाता है और ज्यादा पानी डालने से गल जाता है। इसलिए पानी का ध्यान रखें। अगर आप रोज तुलसी में जल चढ़ाते हैं तो बहुत कम मात्रा में ही जल चढ़ाएं।
- तुलसी में न डालें गोबर की खाद- कुछ लोग तुलसी के पौधे में गोबर की गीली खाद डाल देते हैं। इससे तुलसी का पौधा खराब हो सकता है। तुलसी के पौधे में वर्मी कंपोस्ट खाद या फिर गोबर की सूखी खाद डाल सकते हैं। बहुत ज्यादा खाद डालने से भी पौधा जल जाता है।
- मिट्टी में रेत मिलाकर डालें- अगर तुलसी का पौधा सूख रहा है तो एक बार उसकी मिट्टी चेक कर लें। किसी भी पौधे के लिए थोड़ी रेतीली मिट्टी अच्छी होती है। चिकनी मिट्टी पानी को सोखकर लंबे समय तक गीली रहती है। जिससे पौधा रखा हो जाता है। इसलिए मिट्टी में थोड़ा रेट मिक्स कर दें।
- इन बातों का भी रखें ख्याल- तुलसी के पौधे को बीच-बीच में कटाई करते रहें। इससे ग्रोथ अच्छी होती है। पौधे पर आई मंजरी को हटाते रहें। पौधे को तेज धूप में न रखें। ठंड के दिनों में खुले आसमान में पौधे को न रखें।