दुनिया का सबसे पुराना और बड़ा धर्म सनातन धर्म को माना जाता है. इस धर्म में कई तरह की मान्यताएं और कई तरह के ग्रन्थ और पुराण है. इन्ही में से एक है गरुड़ पुराण. गरुड़ पुराण को लेकर लोगों की मानसिकता यह है कि इसमें मृत्यु के बाद की स्थितियों के बारे में वर्णन किया गया है. लेकिन ये पूरा सत्य नहीं है.
इन सब बातों के अलावा भी इस महापुराण में ऐसी तमाम बातें बताई गई हैं जो सर्वसाधारण को धर्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरणा देती हैं. गरुड़ पुराण को 18 महापुराण में से एक माना जाता है. गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बाते भी लिखी गई है जो व्यक्ति को तमाम पापों से मुक्त कर सकती हैं.
गरुड़ पुराण में लिखी गई बातों के रास्ते पर चलकर व्यक्ति मृत्यु के बाद भी सद्गति प्राप्त कर सकता है. गरुड़ पुराण का वास्तविक उद्देश्य लोगों को सही राह दिखाना होता है. गरुड़ पुराण के अनुसार कुछ लोगों के यहाँ कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए. इससे भोजन करने वाला व्यक्ति भी पाप का भागीदार बन जाता है. इन लोगों के यहाँ न करे भोजन.
सूदखोर व्यक्ति
जो लोग समाज के निचले वर्ग की मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे धन कमाते है. मतलब जरूरतमंद को धन देकर उसका ब्याज वसूलते है. ऐसे लोग अपना घर दूसरों की मज़बूरी से ही भरते है. ऐसे लोगों के घर पानी पीना भी पाप माना जाता है. ऐसे लोगों का कमाया हुआ धन न तो उनका भला करता है और न ही दूसरों का. इसलिए सूदखोर व्यक्ति के घर न ही जाए तो अच्छा है.
नशे का व्यापार करने वाले लोग
गरुड़ पुराण के मुताबिक जो व्यक्ति नशे का कारोबार करता है, वो न जाने कितने लोगों की जिंदगी को बर्बाद करने का जिम्मेदार होता है. साथ ही उनके परिवारों को भी मुश्किल में डालता है. उनके परिवार में कलह करवाता है. ऐसे लोगों के घर कदापी कदम नहीं रखना चाहिए. उनके घर जाना भी पाप माना गया है. इनके घर का भोजन आपको पाप का भागीदार बनाता है. इस तरह के लोगों से दुरी ही बनाये रखे.
क्रोधी व्यक्ति
भोजन को लेकर एक पुरानी कहावत है, जैसा खाओं अन्न वैसा हो मन, ऐसे में यदि आप किसी क्रोधी व्यक्ति के घर भोजन करते हैं, तो आपके अंदर भी क्रोध ही पनपेगा. इसीलिए कभी क्रोधी व्यक्ति के घर का भोजन ना करे.
बीमार या पीड़ित व्यक्ति
कोई भी व्यक्ति जो काफी लम्बे समय से किसी बीमारी का सामना कर रहा हो तो उसके घर में बैक्टीरिया हो सकते हैं. इसके साथ ही उसके घर की स्तिथि भी ठीक नहीं हो सकती है. इसलिए ऐसे घर में कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए. इससे आपके घर में भी बीमारियां आने की संभावना रहती है.
किसी भी अपराध में लिप्त व्यक्ति
कोई भी व्यक्ति जो अपराधी प्रवृत्ति का होता है, जिसका अपराध सिद्ध हो चुका है जिसके बारे में सभी को पता हो. इनके घर का पानी तक नहीं पीना चाहिए. ऐसे लोग भरोसे के लायक नहीं होते है. इनके घर भोजन ग्रहण करने वाला व्यक्ति पाप का हिस्सेदार बन जाता है.