गोलगप्पा या पानी पूरी एक ऐसा स्ट्रीट फूड है जो हर उम्र वर्ग के लोग बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा युवाओं में इसका क्रेज है। कारण यह है कि ये हर जगह आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं तथा इसका चटपटा जाएगा लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। देश के अधिकांश भागों में मानसून की बरसात शुरू हो चुकी है।
इस मौसम में स्वास्थ्य विशेषज्ञ खाने पीने पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हैं। विशेष रूप से सड़क किनारे मिलने वाले फास्ट फूड से दूर रहने की सलाह दी जाती है। यह सलाह गोलगप्पे के शौकीन लोगों को विशेष रूप से दी जाती है क्योंकि बरसात में गोलगप्पे खाना आपको महंगा पड़ सकता है और बीमारियों के चंगुल में फंसा सकता है। आइए जानते हैं कि बरसात में गोलगप्पे खाने से कैसे फैलती है बीमारियां –
संक्रमण का खतरा
बरसात के दिनों में वातावरण में नमी बढ़ जाने से संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है जिसके कारण रोगाणु बढ़ जाते हैं। खुली चीजों पर यह खतरा और बढ़ जाता है। हर गली चौराहे पर मिलने वाले गोलगप्पे इससे अछूते नहीं रहते। ऐसा भी संभव है कि गोलगप्पे का पानी जिसे हम साफ और शुद्ध समझते हैं, हो सकता है वह साफ ना हो या बासी पानी में बनाया गया हो। ऐसे में स्वाभाविक है कि संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा और बीमारी का कारण बनेगा।
गोलगप्पा खाने से होने वाली बीमारियां
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि पानी या पानी से बनी चीजों में संक्रमण तेजी से फैलता है। इसीलिए बरसात में गोलगप्पा ना खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि दूषित पानी से सबसे ज्यादा हैजा फैलने का खतरा रहता है जिसकी वजह से उल्टी, पेट दर्द, डिहाइड्रेशन, आंतों में सूजन जैसी समस्या हो जाती है। समय पर इलाज न होने से बीमारी गंभीर रूप धारण कर सकती है।
टाइफाइड का खतरा
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि गोलगप्पे के ठेले पर प्रायः भीड़ भाड़ ही रहती है। क्योंकि बरसात के मौसम में बैक्टीरिया बहुत तेजी से संक्रमण फैलाते हैं, ऐसे में गोलगप्पे के ठेले पर खड़े किसी भी संक्रमित के संपर्क में यदि गोलगप्पे का पानी आ जाता है तो कॉन्टैमिनेटेड हो जाएगा और उसे पीने वाला हर शख्स संक्रमित हो जाएगा। प्रायः लोग टाइफाइड को पानीपूरी की बीमारी के नाम से भी बुलाते हैं। पर हकीकत यह है कि गोलगप्पा खाने से केवल टाइफाइड ही नहीं अन्य बीमारियों की चपेट में आने का भी खतरा बना रहता है।
बचाव
बीमारी से बचने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि बरसात में गोलगप्पे खाने से परहेज करें। यदि खाना ही हो तो ऐसी जगह पर खाएं जहां साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है तथा सारी चीजें ठीक ढक कर रखीं हो। इस बात का भी ध्यान रखें कि गोलगप्पे खिलाने वाला अपने हाथ में ग्लव्स पहनकर खिला रहा हो।