शाहजहांपुर. शाहजहांपुर पुलिस ने चर्चित रामसेवक हत्याकांड का खुलासा किया है. बहू ने अपने प्रेमी से मिलकर जमीन के लालच में ससुर का कत्ल किया था. पुलिस ने बहू, उसके प्रेमी और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया. हत्या में इस्तेमाल किया गया लोहे का पाइप बरामद किया है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार का जेल भेज दिया. थाना खुटार के गांव रौतापुर कला निवासी रामसेवक की सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थी. जांच में सुबोध मिश्रा और शशि का नाम प्रकाश में आया. मुखबिर की सूचना पर दोनों को हिरासत में लिया गया. दोनों की निशानदेही पर लोहे के पाइप का टुकड़ा शिवकुमार गन्ने के खेत से बरामद किया गया. पूछताछ में सुबोध मिश्रा ने बताया कि आलोक कुमार मिश्रा उसका मौसेरा भाई है. दोनों के बीच प्रेम संबंध थे.
दरअसल, शशि मिश्रा की अपने ससुर रामसेवक से आए दिन लड़ाई होती रहती थी. बहू शशि को शक था कि ससुर रामसेवक अपनी खेती की जमीन अपनी बेटी अनुपमा के नाम कर देगा. शशि ने सुबोध मिश्रा को फोन किया और ससुर की हत्या की योजना बनाई. शुक्रवार को सुबोध मिश्रा खुटार में जागरण देखने के लिये गया हुआ था. इस दौरान शशि ने उसे अपने घर बुला लिया. वह अपने साथी शत्रुघ्न को लेकर 14-15 नवंबर की रात रामसेवक के घर पहुंचा. शशि ने दरवाजा खोल दिया.
बहू और उसके प्रेमी सुबोध ने मिलकर रामसेवक को हाथ-पैर पकड़कर मुंह दबा दिया. शत्रुघ्न ने पाइप से रामसेवक के सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मृत्यु हो गई. इसके बाद दोनों ने पाइप का टुकड़ा गन्ने के खेत के बीच छुपाकर रख दिया. पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया.
एएसपी मनोज कुमार अवस्थी ने बताया, ‘खुटा थाना पुलिस ने गांव रौतापुर के रामसेवक मिश्रा हत्याकांड का सफल अनावरण किया. केस की छानबीन के दौरान सामने आया कि रामसेवक के बेटे-बहू में विवाद होता रहता था. रामसेवक अपनी जमीन बेटी के नाम कराने की बात करता रहता था. तंग आकर बहू ने सुबोध मिश्रा के साथ ससुर की हत्या का प्लान बनाया. सुबोध मिश्रा, शशि मिश्रा के पति आलोक मिश्रा का मौसेरा भाई है. सुबोध के साथी शत्रुध्न को भी गिरफ्तार किया गया है.’