पाचन स्वास्थ्य खुश, स्वस्थ और अच्छा महसूस करने के लिए अति आवश्यक है। पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग कोलन है, जिसे बड़ी आंत भी कहा जाता है। यह पाचन स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कोलन साफ करने के कुछ तरीके होते हैं।
हमारे खाने पीने का हमारे पाचन पर अच्छा या गलत असर पड़ता है। यदि हम अच्छा भोजन करेंगे तो हमारी पाचन क्रिया भी सही रहेगी। खाने पीने से हमारे पेट में गंदगी जमा होती है। इस गंदगी को पेट से बाहर निकालने के लिए कुछ बैक्टीरियाज हमारी मदद करते हैं, जिन्हें गुड बैक्टीरिया भी कहते हैं। यह बैक्टीरिया हमारी आंतो में होते हैं।
हमारी पाचन क्रिया सही से हो इसके लिए जरूरी है कि इन बैक्टीरिया की संख्या ज्यादा हो। आज की लाइफ स्टाइल में हम जैसा खाना खाते हैं वह इन बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं। पर यदि हम अपने खानपान में बदलाव करें तो उससे इन बैक्टीरिया की संख्या बढ़ सकती है। तो आइए जानते हैं कि हमें कैसा खाना पीना या कैसा आहार लेना चाहिए।
1. प्लांट बेस्ड डायट
प्लांट बेस्ड डायट यानी पौधों से प्राप्त खाद्य पदार्थ। इसमें ना केवल फल और सब्जियां आती हैं, बल्कि मेवे, बीज, साबुत अनाज भी शामिल है। ये खाना हमारी आंतों को साफ रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. फर्मेंटेड फूड
इनमें प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। फर्मेंटेशन के दौरान अच्छे बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जो आपके पेट के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इनमें छाछ दही बटर इत्यादि आते हैं।
3. गोभी
इसमें फाइबर के साथ साथ बहुत से एन्टी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो गुड बैक्टेरिया को बढ़ाने में सहायक होते है।
4. सेब
सेब खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। रोजाना एक सेब खाने से आप खुद को हमेशा स्वस्थ रख सकते हैं। क्योंकि सेब में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। इसके सेवन से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
5. साबुत अनाज
साबुत आनाज खाने के कई स्वस्थ लाभ है, जैसे हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक व मोटापे से बचाव और पाचन तंत्र को मजबूत बनाना। इन्हें डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद बताया गया है।
साबुत अनाज में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। फाइबर मल बढ़ाता है जिससे कब्ज नहीं होता है। साथ ही साबुत अनाज में पाए जाने वाले कुछ किस्म के फाइबर, प्रोबायोटिक का काम करते हैं। ये प्रीबायोटिक आंतों में फायदेमंद बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं।