नई दिल्ली। इंदिरा भारत की राजनीति की वो शख्सियत हैं, जिनके व्यक्तित्व की चर्चा हमेशा होती रहती है। राजनीतिक जीवन में इंदिरा भले ही ऊंचाइयों को छूती गई लेकिन निजी जिंदगी में पति से अच्छे संबंध नहीं रहे।
इंदिरा गांधी की बायोग्राफी लिखने वाली पुपुल जयकर ने लिखा है कि इंदिरा गांधी के जीवन में फिरोज पहले व्यक्ति नहीं थे।
फिरोज से पहले इस शख्स से था अफेयर
पुपुल जयकर ने अपनी किताब में लिखा है कि इंदिरा जब पुणे से मैट्रिक करने के बाद शांतिनिकेतन में पढ़ने आईं तो उन्हें जर्मन टीचर फ्रेंक ओबरडॉफ फ्रेंच पढ़ाते थे। फ्रेंक ओबरडॉफ इंदिरा से प्यार करने लगे। इंदिरा गांधी की बॉयोग्राफी में लिखा गया है कि उस समय इंदिरा सिर्फ 16 साल की थीं। उनकी सुंदरता देखकर फ्रेंक ओबरडॉफ मोहित हो गए। उन्होंने इंदिरा को प्रपोज कर दिया। पहले तो इंदिरा नाराज हुईं लेकिन बाद में दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी। रवींद्रनाथ टैगोर को जब दोनों के नजदीकियों के बारे में पता चला तो उन्होंने इंदिरा को वापस घर भेज दिया।
इन दो पुरुषों से भी थे संबंध
आगे की पढ़ाई के लिए जब इंदिरा गांधी लंदन गईं तो वहां पर एक बार फिर से उनकी मुलाकात फ्रेंक ओबरडॉफ से हुई लेकिन तब तक इंदिरा के जीवन में फिरोज आ चुके थे। फिरोज और इंदिरा एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। फ्रेंक ने इंदिरा को मनाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं मानी। कैथरीन फ्रेंक की पुस्तक ‘इंदिराः द लाइफ ऑफ इंदिरा नेहरू गांधी’ में लिखा हुआ है कि शादी के बाद इंदिरा और फिरोज का रिश्ता अच्छे से चल नहीं पाया। फिरोज से अलगाव के बाद इंदिरा के जीवन में दो और पुरुष आए। वो थे धीरेंद्र ब्रह्मचारी और दिनेश सिंह। प्रधानमंत्री आवास में ये दोनों बेरोकटोक आते-जाते थे। फ्रेंक अपने किताब में लिखती हैं कि इंदिरा के साथ अपने अफेयर की चर्चा खुद दिनेश सिंह ने शुरू होने दी थी।