कैंसर एक जानलेवा बीमारी है जो कभी भी किसी को भी हो सकती हैं। एक वक्त था जब कैंसर का नाम सुनने से ही दिल दहल सा जाता था। पर अब कैंसर के नाम से उतना डर नही लगता। हालांकि, ऐसा नही हैं कि आज कल लोग कैंसर जैसी बीमारी से डरते नही है पर उनके मन मे थोड़ी सी तसल्ली रहती हैं कि आज विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि कैंसर जैसी खतरनाक जानलेवा बीमारी का भी इलाज ढूंढ निकाला है।
पहले केमोथेरेपी के जरिये कैंसर का इलाज किया जाता था और अब इम्यूनोथेरेपी के जरिए भी इलाज किया जाने लगा है। कैंसर पेशेंट्स के मन मे इम्यूनोथेरेपी के बारे में बहुत से सवाल होते हैं। आज हम इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
इम्यूनोथेरेपी क्या हैं?
यह एक प्रकार का कैंसर उपचार हैं जो कैंसर से लड़ने के लिए शरीर की प्राकृतिक इम्युनिटी को बढ़ाता है, जिससे कैंसर की पेशियों को मारा जा सकता हैं। हमारे शरीर में प्रतिकार शक्ति टी-सेल्स नामक पेशियों की वजह से होती हैं। यह सेल्स हमारे शरीर में जो भी कीटाणु या वायरस होते हैं उनसे लड़ता है।
टी-सेल्स बोन मेरो में बनते हैं और थाइमस में बड़े होते हैं। टी-सेल्स के दो प्रकार हैं: सहायक टी-सेल्स जो एंटीबॉडी बनाने के लिए बी-सेल्स को उत्तेजित करती हैं, और किलर टी-सेल्स जो सीधे कोशिकाओं पर हमला करती हैं। बी-सेल्स भी बॉन मेरो में बनती हैं जो एंटीबॉडी नामक प्रोटीन बनाती हैं जो वायरस और बैक्टीरिया से लड़ती हैं।
लेकिन जब कैंसर होता हैं या कैंसर की पेशियां बहुत तेज़ी से बढ़ने लगती हैं और वह जब टी-सेल्स के साथ इंटरैक्ट करती हैं तो इसके बाद आपके टी-सेल्स इनएक्टिव हो जाते हैं और कैंसर सेल्स को पहचान नहीं पाते है और इस कारण उन्हें मार नही पाते।
यह बात समझने के लिए वैज्ञानिकों ने एक ऐसी थेरेपी विकसित की, जिसमे सेलाइन के द्वारा यह थेरेपी दी जा सके और टी-सेल्स और कैंसर सेल्स के बीच के वार्तालाप को मॉडिफाई कर सके। इसके कारण टी- सेल्स कैंसर सेल्स को पहचान पाते हैं और उन्हें मार सकते हैं।
किस कैंसर में इम्यूनोथेरेपी लाभदायक है?
आज कल हर तरह के कैंसर में इम्यूनोथेरेपी का इस्तेमाल हो रहा है। यह लंग्स, किडनी, ब्लैडर, माउथ, स्किन और ब्लड कैंसर में लाभ पहुंचाती हैं। अगर कैंसर का पता जल्दी चल जाये तो इम्यूनोथेरेपी से काफी लाभ मिलता हैं।