खूनी बवासीर को करना चाहते हैं जड़ खत्म, रोजाना इस हरी चीज का कर लें इस्तेमाल, 10 दिन में हो जाएंगे टकाटक!

Treatment of Piles: बदलते खान-पान और कई शरीरिक बदलाव के कारण आज कल लोग अलग-अलग तरह की बीमांरीयों से जूझ रहे हैं। जिसमें कई लोगों के अंदर आज कल बवासीर की समस्या बढ़ती जा रही है। इसे बवासीर रोग भी कहा जाता है। इस रोग में मलाशय के बाहर खुजली होने लगती है। लगातार खुजली करने से वहां घाव बन जाता है। इसके साथ ही मलाशय की नसों में सूजन आने से गुदा के स्थान पर गांठ जैसी चीज बन जाती है। इसके कारण बैठने और शौच करते समय दर्द का सामना करना पड़ता है। अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है। आज हम आपको बवासीर से निपटने के लिए एलोवेरा के उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। इस उपाय का इस्तेमाल करके आप इस बीमारी से राहत पा सकते हैं।

बवासीर में राहत है एलोवेरा

एलोवेरा में मिनरल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट समेत कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। एलोवेरा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण बवासीर का दर्द और सूजन दूर हो जाती है। अगर आप आयुर्वेदाचार्यों द्वारा बताए गए तरीके से एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं, तो आप इस बीमारी से बहुत जल्दी छुटकारा पा सकते हैं। बवासीर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक चम्मच एलोवेरा जेल लें और उसमें चुटकी भर हल्दी पाउडर मिलाकर घोल तैयार कर लें। इसके बाद रात को सोने से पहले गुदा पर थोड़ा सा पेस्ट लगाएं। 2 हफ्ते में ही आपको आराम मिल जाएगा।

एलोवेरा के पत्तों का पेस्ट

बवासीर से पीड़ित व्यक्ति के मलाशय की नसें सूज जाती हैं, जिसकी वजह से शौच के दौरान काफी दर्द महसूस होता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें। इसके बाद उस पेस्ट को दिन में 3 से 4 बार गुदा पर लगाएं। एक हफ्ते में ही आपको अपने आप आराम महसूस होगा।

एलोवेरा जूस

बवासीर की बीमारी कब्ज की वजह से शुरू होती है। इस कब्ज से छुटकारा पाने के लिए रोजाना खाली पेट एलोवेरा जूस का सेवन करना शुरू करें। इसके लिए एलोवेरा की ताजी पत्तियों को काट लें और उसके गूदे को मिक्सर में पीसकर जूस बना लें। फिर उस जूस का रोजाना सेवन करना शुरू करें। आपको सिर्फ 15 दिन में ही काफी फर्क नजर आने लगेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *