राजस्थान में नकली और अमानक दवाइयों को लेकर ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की बड़ी कार्रवाई ने स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस कार्रवाई में 7 कंपनियों की 9 दवाइयों के कुछ बैच को बिक्री से रोक दिया गया है। इनमें खून पतला करने वाले इंजेक्शन, मानसिक स्वास्थ्य की दवाएं, खांसी-जुकाम, कैल्शियम सप्लीमेंट और एलर्जी की दवाइयां शामिल हैं।
मुख्य दवाइयां जो अमानक पाई गईं
1. सनोफी इंडिया लिमिटेड
- एविल इंजेक्शन: मानसिक रूप से बीमार लोगों के लिए उपयोगी, अमानक पाया गया।
2. मैसर्स एपल फॉर्म्यूलेशंस प्राइवेट लिमिटेड
- कैल्शियम कार्बोनेट और विटामिन डी-3 की गोलियां।
3. सिस्टोल रेमेडीज
- टेल्मीसर्टन और एम्लोडिपीन सॉल्ट वाली दवा सुपाटेल-टिरियो, जो हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) के लिए दी जाती है।
4. प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड
- अल्पोजलम टेबलेट: मानसिक स्वास्थ्य के लिए दी जाने वाली दवा।
5. एस्पर फार्मास्युटिकल्स
- निमोस्लाइड पेरासिटामोल टेबलेट।
6. एडविन फार्मा
- एलसीमास्क-एम (लिवोसिट्राजिन और मोंटलुकास्ट): एलर्जी और खांसी-जुकाम के लिए।
7. स्कॉट-एडिल फार्मासिया लिमिटेड
- हेपारिन सोडियम इंजेक्शन: खून पतला करने वाली दवा।
8. एथिकेयर लेबोरेट्रीज
- सल्फामैथोक्साजोल और ट्राइमेथोप्रिम का इंजेक्शन: संक्रमण नियंत्रण के लिए।
क्या है अमानक दवाओं का मतलब?
- अमानक दवाएं वे होती हैं जिनकी गुणवत्ता या सामग्री तय मानकों के अनुरूप नहीं होती।
- इनका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, और कई बार यह जानलेवा भी हो सकता है।
ड्रग कंट्रोलर की कार्रवाईड्रग कंट्रोलर अजय पाठक और राजाराम शर्मा ने आदेश दिया है कि इन दवाओं के बैच को तुरंत बाजार से हटा दिया जाए। सैंपल जांच में ये दवाइयां निम्न गुणवत्ता की पाई गईं, और इनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
लोगों के लिए सावधानियां1. दवाइयों की जांच करें: डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों के बैच नंबर और निर्माता का नाम जांचें। 2. फार्मेसी से खरीदें: केवल लाइसेंस प्राप्त फार्मेसी से दवाइयां खरीदें। 3. संदिग्ध दवाओं का उपयोग न करें: यदि आपकी दवा सूची में से किसी पर रोक लगी है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से बदलवाएं। 4. डॉक्टर से सलाह लें: किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
यह घटना लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण संकेत है कि दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर सतर्क रहना आवश्यक है। नकली और अमानक दवाइयों के सेवन से बचने के लिए, अपनी दवाइयों की प्रामाणिकता की जांच करना और डॉक्टर की सलाह का पालन करना जरूरी है।