अमरोहा : अमरोहा में भाजपा नेता का लव जिहाद का मामला सामने आया है. आरोप किसी और पर नहीं, बल्कि भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्य पर है, जिसने एक हिंदू युवती को धोखे में रखकर उससे शादी कर ली. शादी भी रस्मों रिवाज के साथ हुई. नातेदार-घरवाले इस समारोह में शरीक हुए. किसी को बिल्कुल भी शक नहीं हुआ कि जिस लड़के से उनकी लड़की की शादी हो रही है वो मुसलमान है. लेकिन शादी के कुछ दिनों के बाद ये राज आखिरकार खुल ही गया. फिर शुरू हुआ असली खेल. यहां लड़की के साथ न केवल इमोशनल खेल खेला गया, बल्कि उसे पहाड़ से गिराकर जान से मारने की कोशिश तक की गई. आखिर क्या है ये दिमाग घुमा देने वाली स्टोरी, आइये जानते हैं..
दरअसल, अमरोहा के नौगांव सादात निवासी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्य ताबिश असगर ने खुद की हिंदू पहचान बताकर एक हिंदू युवती से शादी कर ली. इसके बाद हिन्दू युवती पर दबाव डालकर उससे इस्लाम भी कबूल करवाने की कोशिश भी की गई. लड़की को फंसाने के पूरे मामले में मुस्लिम लड़के के परिजन भी शामिल रहे. हिन्दू युवती की पहाड़ से धक्का देकर हत्या करने की भी कोशिश की गई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुस्लिम लड़के को गिरफ्तार कर लिया है.
यह पूरे मामले की तह खुलती है नोएडा के थाना सेक्टर 113 में दर्ज हुई एक रिपोर्ट से. इस थाने में एक हिन्दू युवती ने 3 दिसंबर 2024 को एक शिकायत दर्ज करवाई. पीड़िता ने बताया कि 4 साल पहले उसका एक युवक से फेसबुक से सम्पर्क हुआ था. फेसबुक प्रोफाइल पर उसका नाम विशाल था. इसके बाद उससे मुलाक़ात भी हुई. इस दौरान उसने अपना नाम विशाल राणा और पता अमरोहा जिला बताया था. विशाल बताने वाले मुस्लिम युवक ने खुद को हिन्दुओं की राजपूत जाति से बताया और पीड़िता को प्रेमजाल में फंसा लिया.
20 दिसंबर 2021 को पीड़िता और विशाल राणा की सगाई भी हो गई. इस कार्यक्रम में विशाल का भाई भी मौजूद था, जिसने उस समय अपना नाम वासु राणा बताया था. 22 फरवरी 2023 को गाजियाबाद के एक मैरिज हॉल में हिन्दू युवती और विशाल राणा की शादी हिन्दू विधि-विधान से हुई. इस शादी में पीड़िता के परिजन और तमाम नाते-रिश्तेदार भी मौजूद थे. शादी के बाद विशाल और हिन्दू युवती एक साथ रहने लगे.
शादी के कुछ दिनों बाद विशाल राणा ने युवती से कोर्ट मैरिज की बात कही. इसके लिए वह उसे इलाहबाद हाईकोर्ट ले गया. विशाल नाम की सच्चाई का खुलासा यहां हुआ. युवती ने जब यहां कागज देखे तो पता चला कि वह विशाल नहीं बल्कि ताबिश असगर है. यहीं पर उसे यह भी पता चला कि उसकी मंगनी में वासु राणा बनकर शामिल हुआ युवक वसीम है. जब लड़की ने इस पर सवाल-जवाब किया तो ताबिश ने उसे भविष्य का डर दिखाकर चुप करवा दिया. पोल खुलने के बाद से ताबिश असगर पीड़िता पर लगातार इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा. इंकार करने पर वो पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी देता था.
फरवरी 2024 में पीड़िता गर्भवती हुई तो ताबिश ने उसका जबरदस्ती गर्भपात भी करवा दिया. इसके बाद परेशान होकर पीड़िता अपने मायके में रहने लगी. कुछ दिनों बाद ताबिश पीड़िता के मायके गया और तमाम मिन्नत करके उसे वापस अपने पास ले आया. पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया है कि कुछ दिन तक ठीक से रहने के बाद ताबिश उस पर फिर से इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा. जब पीड़िता ने पुलिस से इस मामले को लेकर बात कही तो ताबिश फरार हो गया और पीड़िता अकेले रह गई.
पीड़िता ने इसके बाद नोएडा पुलिस में ताबिश की गुमशुदगी दर्ज करवाई. पुलिस ने लगभग 20 दिनों के अंदर ताबिश को खोज निकाला. ताबिश की तमाम मिन्नतों पर पीड़िता पिघल गई और उस पर कोई केस नहीं दर्ज करवाया. ताबिश पर पीड़िता को धोखे में रखकर लव मैरिज के नाम पर लिव-इन-रिलेशनशिप के कागजात बनवाने के भी आरोप है.
इस बीच ताबिश पीड़िता को झांसा देकर अपने साथ 18 नवंबर 2024 को उत्तराखंड के रामनगर घुमाने ले गया. यहां उसने पहाड़ से धक्का देकर पीड़िता को मार डालने की कोशिश की. खुद को बचाने के चक्कर में पीड़िता और आरोपित की हाथापाई हुई. इसी दौरान पीड़िता के हाथों में चोट भी लग गई. पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने ताबिश पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने ताबिश के खिलाफ धारा 323, 313, 506 और धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.