Jodhpur : सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ ना कुछ अजीब मामले देखने को मिल जाते हैं। जिनसे यूजर काफी एंटरटेन हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला अब राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) से आया है। जहां लोग भी ये देखकर आश्चर्यचकित हो गए है कि एक भैंस के बच्चों ने अपनी मां के लिए गवाही दी है। यह मामला थोड़ा सुनने में अजीब जरुर है लेकिन ऐसा हुआ है।
जोधपुर से आया भैंसों का अजीब मामला
दरअसल राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) में पुलिस ने भैंसों के मालिकाना हक की गवाही देने के लिए बछड़ों की जरूरत पड़ी थी। मामला कुछ यूं है कि 30 नवंबर की रात को पुलिस ने जोधपुर पूर्व जिले में नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान वहां से एक लोडिंग वाहन गुजरा। उसमें तीन भैंसें लदी हुई थीं। चालक से पूछने पर उसने बताया कि वह भैंसों का मालिक है। पुलिस ने इस बारे में पूछताछ की तो वह घबरा गया, हालांकि उसने पुलिस को बताया कि वह खुद इनका मालिक है।
मालिक बताने के लिए उठाया अनोखा कदम
भैंसों के मालिक से सबूत लाने को कहा गया क्योंकि जोधपुर (Jodhpur) पुलिस को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ और अगले दिन उन भैंसों का मालिक होने का सबूत लाने को कहा। इस दौरान पुलिस ने इन भैंसों का वीडियो भी बनाया। तीनों भैंसों को थाने में बांधने के बाद पुलिस के किसी जानकार ने वीडियो वायरल कर दिया। ताकि उन भैंसों का असली मालिक थाने आ सके।
भैंसों के बच्चों ने मां का दूध पीकर दी गवाही
जोधपुर (Jodhpur) के उदयमंदिर निवासी मोहम्मद शरीफ ने वीडियो में अपनी भैंसों को देखा तो वह थाने पहुंचा और मालिकाना हक जताया। पुलिस ने उससे मालिक होने का सबूत मांगा। अब उसके पास कोई दस्तावेज नहीं थे। इसके बाद वह गुजरावास स्थित अपने तबेले में पहुंचा, जहां से उसने तीनों भैंसों के एक-एक बछड़े को लोडिंग टैक्सी में लेकर थाने पहुंचा। भैंसों के पास पहुंचते ही तीनों बच्चे अपनी-अपनी मां के पास जाकर दूध पीने लगे। इससे यह स्पष्ट हो गया कि ये तीनों बछड़े इन्हीं भैंसों के हैं और मालिक भी शरीफ ही है। सत्यापन के बाद पुलिस ने तीनों भैंसों को उसके हवाले कर दिया।
पुलिस ने बिना मामला दर्ज करें सौंपी भैंसे
जोधपुर (Jodhpur) पुलिस का कहना है कि इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। कोर्ट से भैंसों को छुड़वाने में अधिक समय लगने के कारण मालिक ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया। बनाड़ थाने के सीआई ने बताया कि गुजरावास इलाके में मोहम्मद शरीफ का तबेला बना हुआ है। चेकिंग के दौरान तीन भैंसों को थाने लाया गया। अगले दिन चालक कुछ भैंस के बछड़े लेकर आया, जो उनके पास जाकर दूध पीने लगे। इससे स्पष्ट हो गया कि ये भैंस के बछड़े हैं और उन्हें चालक को लौटा दिया गया।