Krishna Janmashtami 2025: साल 2025 में कब-कब रखा जाएगा मासिक कृष्ण जन्माष्मी की व्रत, यहां देखें पूरी लिस्ट

Krishna Janmashtami 2025: साल 2025 में कब-कब रखा जाएगा मासिक कृष्ण जन्माष्मी की व्रत, यहां देखें पूरी लिस्ट

Krishna Janmashtami 2025Image Credit source: Pixabay

Masik Krishna Janmashtami 2025 List: हिंदू धर्म में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का दिन बहुत ही विशेष और पवित्र माना जाता है. ये दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु के द्वापर युग के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित किया गया है. मासिक कृष्ण जन्माष्टमी को कृष्ण के श्री जन्मदिन के रूप में मनाने की मान्यता है.

हर महीने होती है मासिक जन्माष्टमी

हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक जन्माष्टमी मनाई जाती है. मासिक जन्माष्टमी पर व्रत भी रखा जाता है. हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूजन और व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति और ससृद्धि का वास सदा बना रहता है. ऐसे में आइएं जानते हैं कि इस साल मासिक जन्माष्टमी का व्रत कब-कब है.

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मासिक जन्माष्टमी 2025 लिस्ट

  1. 21 जनवरी 2025, मंगलवार (माघ मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  2. 20 फरवरी 2025, बृहस्पतिवार (फाल्गून माघ मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  3. 22 मार्च 2025 शनिवार (चैत्र मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  4. 20 अप्रैल 2025, रविवार (वैशाख मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  5. 20 मई 2025, मंगलवार (ज्येष्ठ मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  6. 18 जून 2025, बुधवार (अषाढ़ मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  7. 17 जुलाई 2025,बृहस्पतिवार (सावन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  8. 15 अगस्त 2025, शुक्रवार (भाद्रपद कृष्ण जन्माष्टमी)
  9. 14 सितंबर 2025, रविवार (अश्विन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  10. 13 अक्टूबर 2025, सोमवार (कार्तिक मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  11. 11 नवंबर 2025, मंगलवार (मार्गशीर्ष मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)
  12. 11 दिंसबर 2025, बृहस्पतिवार (पौष मासिक कृष्ण जन्माष्टमी)

मासिक जन्माष्टमी पूजा विधि

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेना चाहिए. इसके बाद भगवान कृष्ण का ध्यान करके व्रत का संकल्प करना चाहिए. इस दिन लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान करवाना चाहिए. इसके बाद उन्हें पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करवाना चाहिए. फिर उन्हें कपड़े पहनाने चाहिए. उनका श्रृंगार करना चाहिए. फिर भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाना चाहिए. उनके भोग में तुलसी भी अववश्य डालनी चाहिए. उनके सामने घी का दिया प्रज्वलित करना चाहिए. श्री कृष्ण के मंत्रों का जाप करना चाहिए. अंत में उनकी आरती करके पूजा संपन्न करनी चाहिए.

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर जो भी व्रत और पूजन करता है उसे यश, कीर्ति, धन और वैभव प्राप्त होता है. साथ ही इस दिन व्रत और भगवान श्री कृष्ण के पूजन से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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