Himachali Khabar : भारत में सड़क ढांचे में सुधार के लिए कई नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इन एक्सप्रेसवे का मुख्य उद्देश्य शहरी और छोटे शहरों को जोड़ना है और यात्रियों के लिए समय की बचत करना है। ये सभी एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क को मजबूत करेगा।
नए एक्सप्रेसवे और उनके लाभ
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
लंबाई: 63 किलोमीटर
यात्रा का समय: 60 मिनट
फायदा: कानपुर और लखनऊ के बीच यात्रा का समय घटेगा।
बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे
लंबाई: 262 किलोमीटर
यात्रा का समय: 2 घंटे
फायदा: कर्नाटका, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच यात्रा को आसान बनाएगा।
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे
लंबाई: 525 किलोमीटर
फायदा: मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना को जोड़ते हुए इंदौर और हैदराबाद के बीच यात्रा का समय घटेगा।
अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे
लंबाई: 917 किलोमीटर
फायदा: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को जोड़ते हुए यात्रा को तेज करेगा।
सूरत-नासिक-सोलापुर एक्सप्रेसवे
लंबाई: 730 किलोमीटर
फायदा: सूरत, नासिक, अहमदनगर और सोलापुर को जोड़ते हुए यात्रा में तेजी लाएगा।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
लंबाई: 669 किलोमीटर
यात्रा का समय: 6 घंटे
फायदा: दिल्ली और कटरा के बीच यात्रा का समय घटेगा।
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे
लंबाई: 612 किलोमीटर
फायदा: उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ते हुए यात्रा का समय 15 घंटे से घटकर 9 घंटे रह जाएगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
लंबाई: 239 किलोमीटर
फायदा: दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय 2.5 घंटे घटेगा।
हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
लंबाई: 222 किलोमीटर
फायदा: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ते हुए यात्रा में समय की बचत होगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
लंबाई: 1,386 किलोमीटर
यात्रा का समय: 12 घंटे
फायदा: दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
निष्कर्ष
भारत में बन रहे ये एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करेंगे, बल्कि राज्यों और शहरों के बीच कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेंगे। इससे व्यापार, पर्यटन और लोगों की यात्रा में भी गति आएगी।