जैसा कि हम सभी जानते हैं कि समय के साथ साथ काफी कुछ बदल रहा है लोगों की सोच बदल रही है लोग वहीं इसके साथ ही महिलाओं की स्थिती भी बदल रही है। लेकिन आज भी इस दुनिया में कई ऐसी जगहे हैं जहां महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय थी लेकिन अब धीरे धीरे उन क्षेत्रों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। जी हम बात कर रहे हैं इस दुनिया में इस्लाम की जन्मभूमि और इसके सर्वाधिक पवित्र स्थलों (मक्का-मदीना) वाले उस देश की जिसकी पहचान अभी तक एक रूढ़िवादी राजशाही के रूप में रही है। जी हां हम सउदी अरब की बात कर रहे हैं जहां महिलाओं की स्थिती कुछ समय पहले बहुत ही दयनीय थी।
सऊदी अरब को दुनिया के उन देशों में माना जाता है जहां पर महिलाओं पर अभी भी सदियों पुराने कड़े नियम, रूढ़िवादिता व सख्त कानून लागु हैं। सऊदी अरब में महिलाओं की स्थिति काफी समय से काफी ख़राब रही है। सऊदी अरब एक मुस्लिम बहुसंख्यक देश है। सऊदी अरब के कानून में ज्यादातर लगाए गए नियम इस्लाम धर्म का पालन करते हैं। सऊदी अरब के लिए वर्ष 2017 परिवर्तनकारी रहा जहां लैंगिक समानता में सुधार, आर्थिक विविधता को बढ़ावा, भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने और आगंतुकों के लिए अधिक खुला और आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न तरह की पहल शुरू की गईं। इस बार सउदी अरब की महिलाओं के लिए बेहद ही खास चीजें की जा रही है। लेकिन अब धीरे-धीरे इन्हें हटाकर महिलाओं को भी आगे आने का मौका दिया जा रहा है।
साल 2017 से सऊदी अरब में महिलाओं के हितों के लिए कई अहम फैसले लिए गए है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आधुनिक सोच के शासक है। सऊदी अरब देश के इतिहास में पहली बार ड्राइव करने की अनुमति दी गई। आपको शायद पता नहीं होगा लेकिन बता दें कि सऊदी अरब में महिलाओं को अपने परिवार के अलावा अन्य पुरूषों से बातचीत करने की अनुमति प्रदान नहीं है। लेकिन पिछले कुछ समय से इन प्रतिबंधों को कम किया गया है। महिलाएं उनसे असंबंधित पुरूषों के साथ सीमित समय में ही वार्ता कर सकती है। ये सब किंग सलमान के आदेशों से हुआ है।
जानकारी मिली है कि इस देश में जहाँ एक तरफ मुस्लिम महिलाओं का दमन किया जाता है तो दूसरी और कुछ इससे अलग भी है। बता दें कि कट्टर मुस्लिम इस्लामिक देश सऊदी अरब में एक शहर खास तौर पर महिलाओं के लिए बनाया जा रहा है यहाँ पर कोई भी पुरुष नहीं आ सकता है। इतना ही नहीं इस जगह पर शरीयत का कड़ा कानून लागू होगा और ये खासतौर पर उन मर्दों के लिए है जो इस आदेश को नकारकर इस शहर में आने की गलती करेंगे। उन मर्दों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी ।
आपको बता दें कि ये सब दुबई के प्रिंस ने अमेरिका जैसे बाहरी मुल्क से प्रभावित होकर किया है, उन्होने इसी वर्ष इस शहर को बनाने का आदेश दिया है कहा जा रहा है। इस शहर में महिलाओं को सभी अधिकार दिए जाएंगे यानि की यहां की महिलाएं भी अब अन्य देशों की तरह पूरी आज़ादी से रह सकेंगी व उनपर किसी ही प्रकार की कोई पाबंदी नही लगाई जाएगी।