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ये 5 शाकाहारी फूड जो मीट और चिकन से कहीं ज्यादा देते हैं ताकत, जानिए और अपने शाकाहारी दोस्त को Share करे.

  • एक बार चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाने वाले आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता, उन्होंने दुनिया भर के लोगो को अपने ज्ञान से फायदा पहुंचाने की कोशिश की है। लेकिन ऐसा नहीं है कि आचार्य ने सिर्फ अर्थशास्त्र और राजनीति क्षेत्र से जुड़े विषयों पर अपने अनुभव दुनिया से साझा किए हैं बल्कि उन्होंने आम मानवीय व्यवहार, स्त्री-पुरुष गुण-दोष और भावी संकटों की पहचान करने के संबंध में तमाम ऐसी गूढ़ बातें बताईं है जो आज के समय में भी यथार्थ के काफी करीब जान पड़ती हैं।
  • आचार्यचाणक्य ने खाने पीने से संबंध में भी कुछ ऐसे ही पते की बातें बताईं हैं। आइए जानते हैं आचार्य के मुताबिक किस चीज में होती है ज्यादा ताकत…. इस बात में कोई शक नहीं है कि चिकन और मटन में बहुत ज्यादा प्रोटीन होता है। इन चीजों को ज्यादातर उन लोगों को खाने के लिए कहा जाता है जो ज्यादा मेहनत करते हैं जैसे खिलाड़ी, पहलवान, मजदूर, बॉडी बिल्डर, जिम ट्रेनर इत्यादि। लेकिन कुछ लोग चिकन मटन को पोषण के साथ-साथ शौक के लिए भी खाते है। कुछ लोगों को गलत फहमी हैं कि जितना प्रोटीन चिकन और मटन में होता है उतना किसी भी वेज फूड में नहीं होता है जबकि ऐसा नहीं है। आज हम आपको कुछ ऐसे वेज फूड बारे में बताएंगे जो नॉन-वेज फूड के बराबर होते हैं। और उनमे भारी मात्रा में प्रोटीन, वसा और विटामिन पाया जाता है।

ये है 5 शाकाहारी पावरफूूल फूड :

  1. बादाम : बादाम में सबसे ज्यादा प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते हैं। मात्र 100 ग्राम बादाम में 3.7 मिली आयरन, 12 ग्राम फाइबर और 264 मिली कैल्शियम पाया जाता है। इसके साथ-साथ बादाम में वसा विटामिन और मिनिरल भी पाया जाता है।
  2. सोयाबीन : जितना प्रोटीन सोयाबीन में पाया जाता है शायद ही उतना चिकन और मटन में पाया जाता हो। आपको शायद ना पता हो लेकिन केवल 100 ग्राम सोयाबीन में 15, 7 मिली आयरन, 9 ग्राम फाइबर और 277मिली कैल्शियम पाया जाता है।
  3. कद्दू के बीज : रोजाना कद्दू के बीज खाने से हमे दिल की बीमारी,शुगर,नीद ना आना,तनाव जैसी बीमारी से छुटकारा मिल जाता है। डॉक्टर के अनुसार अगर आप रोजाना 1 चम्मच कद्दू के बीज खाते हैं तो काफी हेल्दी जीवन जी सकते है
  4. खसखस : खसखस बहुत पौष्टिक पदार्थ होता है। इसका इस्तेमाल कई प्रकार की सब्जी में किया जाता है। खसखस में आयरन, फाइबर और कैल्शियम की भारी मात्रा होती है। खसखस फाइबर का भी बहुत बड़ा स्त्रोत है।खसखस खा प्रयोग सबसे ज्यादा लोग सर्दियों में करते हैं।
  5. अलसी : अलसी बहुत ही पौष्टिक होता है। अलसी में लिगनेंस एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हमें कैंसर डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम जैसी बीमारियों से बचाते हैं। अलसी में आयरन, फाइबर, कैल्शियम प्रोटीन और विटामिन B6 बड़ी मात्रा में पाया जाता है। इसके नियमित सेवन करने से कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।

आचार्य चाणक्य के अनुसार किन चीज़ों का करे सेवन : 

  1. आंटे से मिलती है ज्यादा ताकत : चाणक्य के मुताबिक हमें खान पान की चीजों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उनका मानना था कि हमारे शरीर के लिए खड़े अन्न से भी दस गुना अधिक बल उसके आटे में होता है। आटे से बनी रोटियां पचाने में हमारे पाचन तंत्र को अधिक मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता। यानी खड़े अन्न से अधिक उसके आटे से शरीर को ज्यादा ऊर्जा मिल सकती है। यह ऊर्जा इतनी होती है कि व्यक्ति को दिनभर काम करने के लिए चुस्त बना रह सकता है।
  2. आटे से दस गुना ज्यादा ताकत देता है दूध : वैज्ञानिक खुद दूध को संपूर्ण आहार मानते हैं। दूध में वो सभी चीजें प्रचुर मात्रा में होती हैं जिनके लिए हम भोजना का सेवन करते हैं। अगर हम नियमित रूप से दूध का सेवन करते है तो कई प्रकार के रोगों से बचे रह सकते हैं। यह हर किसी के लिए फायदेमंद होता है।
  3. दूध से आठ गुना ज्यादा ताकत मांस में होती है : चाणक्य का मानना था कि मांसाहार में दूध से आठ गुना अधिक बल होता है। शास्त्रों के मुताबिक जीव हत्या करना पाप माना गया है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि यह हमें बलवान बनाती है।
  4. मांसाहार से भी दस गुना ज्यादा बल घी में : मांसाहार से तो शरीर को बल मिलता ही है लेकिन मांस से भी अधिक बल गाय के बने घी से मिलता है। अगर आपको शुद्ध देसी घी नियमित तौर पर खाने को मिलता है तो आपका शरीर हमेशा हष्ट-पुष्ट रह सकता है। कोई व्यक्ति अगर नियमित रूप से शुद्ध घी का सेवन करता है तो वो लंबे समय तक रोगों से बचा रह सकता है।

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