UTL’s Hybrid Solar: UTL हाइब्रिड सोलर सिस्टम से अधिक कुशलता के साथ बिजली का उत्पादन होगा और इससे डीसी एवं एसी दोनो तरह ही पावर मिलेगी।

सोलर सिस्टम की बढ़ रही डिमांड को देखकर काफी जायदा कस्टमर्स सोलर ऊर्जा में रुचि लेने लगे है। सोलर पैनल की मदद से सूर्य से आ रही ऊर्जा को बिजली के रूप में बदलने का काम हो पता है। सोलर सिस्टम से जुड़े सभी उपकरणों को पर्यावरण के काफी अनुकूलतम माना जाता है।
इसी तरह का एक हाई कैपेसिटी का घटक यूटीएल का सिग्मा प्लास 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर है जोकि सोलर सिस्टम को ज्यादा इफेक्टिव करने में मदद करता है। आज के आर्टिकल में आपको इस प्रकार के हाइब्रिड सोलर सिस्टम इन्वर्टर के बारे में जानकारी देंगे और इसके इंस्टालेशन से सिस्टम को ज्यादा मॉडर्न करने की भी जानकारी देंगे।
सोलर इन्वर्टर एवं इनके प्रकार

सोलर पैनल सिस्टम में सूर्य की रोशनी से डायरेक्ट करंट (डीसी) की फॉर्म में बिजली का उत्पादन होता है वही हम लोगो के घरों में अधिकतर अल्टरनेटिव करंट (एसी) पर आधारित उपकरण इस्तेमाल होते है। इसी वजह से सोलर सिस्टम की डीसी बिजली को एसी में बदलने के काम को सोलर इन्वर्टर करता है। अभी 2 तरह के सोलर इन्वर्टर का इस्तेमाल चार्ज कंट्रोलर के साथ हो रहा है जोकि PWM (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) एवं MPPT (मैक्सिमम पावर प्लांट ट्रैकिंग) है।
दूसरी तरफ MPPT तकनीक पर कार्य करने वाले सोलर इन्वर्टर काफी मॉडर्न रहते है एवं इससे वोल्टेज के साथ बिजली को भी कंट्रोल कर पाते है। इस प्रकार से ये काफी ज्यादा कार्यकुशल साबित हो रहे है। ये इन्वर्टर काफी आसान रहते है किंतु MPPT तकनीकी आधारित इनवर्टर्स के जैसे ऊंची क्षमता को नहीं दे पाते है।
ये सोलर पैनलों की अधिकतम पावर के बिंदु की ट्रैकिंग कर पाते है एवं ऊर्जा के परिवर्तन को कायम रखते हुए इसी बिंदु से संयोजन रखने में पावर के उत्पादन को समायोजित करने का काम करते है। सोलर पैनल से पावर उत्पादन को अधिकतम करने की क्षमता की वजह से MPPT इन्वर्टर की कार्य क्षमता PWM इन्वर्टर के मुकाबले मेन 30 फीसदी अधिक कुशल रहती है।
UTL सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर
UTL भारत में लोकप्रिय ब्रांड में से एक है जोकि सोलर के मामले में बड़ी रेंज वाले उपकरणों को प्रदान कर रहा है। इसी कंपनी के काफी उत्पादों में से एक UTL सिग्मा प्लस 5kVA/ 48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर भी है जिसको हाईब्रिड सोलर सिस्टम में इस्तेमाल करने को निर्मित किया गया है। इससे सोलर पैनल से बन रही बिजली को सोलर बैटरी में स्टोर करने का काम होता है और साथ ही ग्रिड में भेजने का भी काम होता है। हाईब्रिड सोलर सिस्टम एक उन्नत एवं आधुनिक किस्म का सोलर सेटअप है।
सोलर हाइब्रिड इन्वर्टर के फीचर्स

UTL सिग्मा प्लास 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर में इस प्रकार की खासियत रहती है जोकि स्टैंड अलोन एवं ग्रिड इंटरैक्टिव मोड के साथ संयोग कर पाता है। ये एक उच्च गुणवत्ता का इन्वर्टर है जोकि प्रकृति को भी हानि के बगैर ही बिजली का निर्माण करने को निर्मित हुए है। ये 5 KW की क्षमता वाले सोलर सिस्टम के लेकर उपर्युक्त रहते है।
UTL सिग्मा प्लास 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर DSP आधारित शुद्धतम साइन वेव आउटपुट देने के निर्मित किए गए है। इससे सोलर सिस्टम का कुशलतम एवं विश्वसनीय प्रदर्शन आना तय होता है। ये इन्वर्टर एक उच्च कुशलता के RMPPT (मैक्सिमम पावर प्वाइंट ट्रैकिंग) सोलर चार्ज नियंत्रक से युक्त रहते है। स्टैंड अलोन होने पर ये इन्वर्टर की बैटरी के बंद करते है ताकि एसी बिजली मिल सके। बैटरी भी मूलता सोलर पावर के इस्तेमाल से चार्ज होती है। ग्रिड इंटरक्टिव मोड के अंतर्गत अतिरिक्त सोलर पावर को ग्रिड में भेजने का काम होता है।
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घर एवं कार्यस्थल के लिए बेहतर
ग्राहकों को अच्छा अनुभव प्रदान करे को लेकर इस सोलर इन्वर्टर में एक LED डिस्प्ले को भी जोड़ा गया है जिससे सोलर सिस्टम की रेटिंग एवं प्रक्रिया को देख सकते है। यह रिवर्स AC वोल्टेज बचाव सहित निर्मित करने का काम हुआ है। ये इन्वर्टर सोलर पावर को अधिकतम करके जरूरत के अनुसार स्मार्ट, PCU एवं हाएब्रिड मोड पर कार्य कर सकता है। UTL सिग्मा प्लास 5kVA/48V हाईब्रिड सोलर इन्वर्टर का उम्र भी 20 वर्षो की रहती है एवं ये इन्वर्टर ग्राहक को 5 वर्षो की वारंटी के साथ मिलते है। इनको लगाना भी काफी सरल रहता है एवं मेंटीनेन्स का काम भी नगण्य ही है और ये सभी बाते इसको घर एवं कार्यस्थल के लिए अच्छा ऑप्शन बनाती है।