तिरुवनंतपुरम: केरल के वायनाड में शुक्रवार बाघ हमले के बाद अब एक बड़ा फैसला लिया गया है. बता दें मनंथवडी नगर पालिका के कुछ इलाकों में प्रशासन ने 48 घंटों के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया है। यह कर्फ्यू 27 जनवरी यानि आज सुबह 6 बजे से शुरू होकर अगले दो दिनों तक जारी रहेगा। यह कदम एक बाघ द्वारा 47 वर्षीय महिला पर जानलेवा हमले के बाद उठाया गया है।
महिला की हुई मौत
घटना शुक्रवार सुबह की है, जब ‘प्रियदर्शिनी एस्टेट’ में अनुसूचित जाति की महिला राधा कॉफी तोड़ने का काम कर रही थीं। तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के बीच डर का माहौल है. वहीं महिला के अंतिम संस्कार के बाद स्थानीय लोग वन अधिकारियों के आधार शिविर के बाहर इकट्ठा हुए और बाघ को मारने की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए बाघ के आतंक को खत्म करने की अपील की हैं।
बाघ को गोली मारने की मिली अनुमति
वन विभाग ने बाघ को आदमखोर घोषित कर दिया है। वन मंत्री ए.के. शशींद्रन ने जिलाधिकारी कार्यालय में उच्चस्तरीय बैठक की, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। वन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के तहत बाघ को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। अगर बाघ को पिंजरे में बंद करने या बेहोश करने में सफलता नहीं मिलती, तो उसे गोली मारने की अनुमति दी गई है।
बाघ को पकड़ने की योजना
यहीं वजह है कि स्थिति को नियंत्रित करने और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। इस दौरान इलाके में लोगों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध रहेगा। वन विभाग और प्रशासन मिलकर बाघ को पकड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं। वायनाड, जो अक्सर चुनावी चर्चाओं में रहता है, इस बार बाघ के आतंक के कारण सुर्खियों में है। हालांकि प्रशासन और वन विभाग के प्रयासों पर अब सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
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