नई दिल्ली : संगम नगरी प्रयागराज में आस्था का सबसे बड़ा मेला ‘महाकुंभ’ अपने दिव्य स्वरूप में चल रहा है। यह महज धार्मिक मेला नहीं बल्कि आस्था और आध्यात्म का महासागर है, जहां हर कोई अपनी आत्मा को शांति और पवित्रता से भरने के लिए खिंचा चला आता है। यहां हर तरफ एक अलौकिक ऊर्जा बह रही है, जहां इंसान-इंसान में कोई भेद नहीं है, हर कोई एक ही रंग में रंगा हुआ है, यानी ‘भक्ति के रंग में’।
महाकुंभ इसलिए भी खास है क्योंकि यह 144 साल में एक बार होने वाले दुर्लभ खगोलीय संयोग में हो रहा है। यही वजह है कि देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग इस अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव को देखने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। लंदन से यहां आए एक न्यूरोसाइंटिस्ट ने अपना अनुभव साझा किया, जिसे सुनकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा…
भारत की तारीफों के पुल
लंदन से महाकुंभ में आए न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. इटिएल ड्रोर बेहद खुश थे। वे भारत की तारीफ करते नहीं थक रहे थे। उन्होंने एक ही सांस में भारत की तारीफ कर दी। सबसे पहले उन्होंने यहां के एक ऐसे पेय पदार्थ की तारीफ की, जो ज्यादातर भारतीयों को नींद से जगा देता है। जी हां, आप सही सोच रहे हैं। हम चाय की बात कर रहे हैं। भारत में चाय के शौकीनों की संख्या बहुत ज्यादा है। कड़ाके की ठंड हो या चिलचिलाती धूप, चाय के शौकीन इसकी चुस्की लेने का कोई न कोई बहाना ढूंढ ही लेते हैं। ऐसे में डॉ. ड्रोर का चाय की तारीफ करना जायज ही था। उन्होंने कहा कि भारत की चाय सबसे अच्छी है।
महाकुंभ के लिए कही ये बात
इतना ही नहीं, न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. ड्रोर ने बताया कि वे महाकुंभ मेले में क्यों आए हैं। उन्होंने कहा, ‘महाकुंभ का आयोजन बहुत ही अद्भुत है। मैं यहां की भावनाओं को समझने आया हूं। यह अविश्वसनीय है। यहां के युवा अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े हुए हैं और ऊर्जा से भरे हुए हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने ब्रिटिश काल की बात की। डॉ. इतिएल ड्रोर ने कहा कि अंग्रेजों ने भारतीयों पर अत्याचार किए। इतना ही नहीं, अंग्रेजों ने अपनी कॉलोनी विकसित करने के लिए यहां से धन और संपत्ति ले जाने के लिए ट्रेन भी बनवाई थी।
मोदी-योगी को नहीं जनता
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि वे उनके बारे में इतना नहीं जानते कि कुछ कह सकें, लेकिन यहां हो रहे महाकुंभ का आयोजन शानदार है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोगों से मिलकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। वे 60-70 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन उन्हें भारत सबसे अच्छा लगता है।
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