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‘मोदी जी, आपकी कामयाबी ने…’, नवाज शरीफ ने दिल खोलकर दी बधाई, की ये अपील.

नवाज शरीफ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए एक ट्वीट में लिखा, ‘तीसरी बार पद संभालने के लिए मोदी जी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. हालिया चुनाव में आपकी पार्टी की सफलता दिखाती है कि आपके नेतृत्व में जनता का विश्वास कायम है. आइए हम नफरत को उम्मीद में बदलें और दक्षिण एशिया के दो अरब लोगों की नियति को आकार देने के अवसर का लाभ उठाएं.’

नवाज शरीफ ने दिल खोलकर पीएम मोदी को जीत की बधाई दी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री को बधाई दी है. हालांकि, उनका बधाई संदेश एक औपचारिकता जैसा ही था.

साल 2013 में चुनाव जीतने के बाद नवाज शरीफ ने कहा था कि अपने तीसरे कार्यकाल में उनकी प्राथमिकता भारत से रिश्ते सुधारने की रहेगी. इसके अगले ही साल जब भारत में नरेंद्र मोदी चुनाव जीतकर आए तब उन्होंने भी कुछ ऐसा ही संकेत दिया. पीएम मोदी ने नवाज शरीफ को दिल्ली बुलाया और यह पहली बार देखा गया कि किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत के किसी पीएम के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया.

इसके बाद दिसंबर 2015 में पीएम मोदी अफगानिस्तान से लौटते वक्त अचानक पाकिस्तान पहुंच गए. लाहौर हवाई अड्डे पर शरीफ ने उनका स्वागत किया और फिर दोनों नेता एक ही हेलिकॉप्टर में बैठकर रायविंड शहर गए थे. पीएम मोदी नवाज शरीफ की पोती की शादी में शामिल होने के बाद वापस दिल्ली लौटे थे. हालांकि, इतनी गर्माहट आने के बाद भी बात आगे नहीं बढ़ सकी और पाकिस्तान-भारत के बीच तनातनी आज भी बनी हुई है.

2019 से भारत-पाकिस्तान रिश्तों में बढ़ा तनाव

भारत और पाकिस्तान के रिश्ते साल 2019 से तनावपूर्ण बने हुए हैं. अगस्त 2019 में जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था तब पाकिस्तान की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापार संबंधों को लगभग खत्म कर दिया था और राजनयिक संबंधों को भी न्यूनतम कर दिया था. हालांकि, अब पाकिस्तान की तरफ से भारत से रिश्ते सुधारने की बात कही जाती रही है.

आर्थिक बदहाली झेल रहे पाकिस्तान के कारोबारियों ने हाल ही में शहबाज शरीफ सरकार से मांग की थी कि भारत के साथ बातचीत शुरू की जाए ताकि व्यापार फिर से पटरी पर आ जाए.

इसी साल अप्रैल के महीने में पाकिस्तान के कारोबारियों ने कहा था कि देश की हालत ऐसी है कि व्यापार करना लगभग असंभव हो गया है. व्यापारियों ने मांग की थी कि भारत से बातचीत शुरू हो ताकि देश की आर्थिक स्थिरता में मदद मिले.

शहबाज शरीफ भी कर चुके हैं भारत से बातचीत शुरु करने की बात

पिछले साल पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा था कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है और वो भारत से बातचीत के लिए तैयार हैं. शरीफ ने कहा था कि अगर पड़ोसी भारत गंभीर है तो पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है. उन्होंने कहा था, ‘बीते 75 सालों में हमने 3 युद्ध लड़े हैं. इसने सिर्फ गरीबी, बेरोजगारी और संसाधनों की कमी को ही जन्म दिया है. युद्ध अब विकल्प नहीं है.’ हालांकि, शहबाज शरीफ ने यह भी कहा था कि दोनों देशों के बीच वार्ता कश्मीर मुद्दे को अलग रखकर नहीं की जा सकती है.

तीसरी बार पीएम बने नरेंद्र मोदी

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ समारोह में शामिल हुए लेकिन चीन और पाकिस्तान के नेताओं को नहीं बुलाया गया था.

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