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नई दिल्ली। भारत के सबसे भव्य आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ की दिव्यता केवल देशवासियों को ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के श्रद्धालुओं को भी आकर्षित कर रही है। अध्यात्म की गहराइयों को महसूस करने के लिए विदेशी नागरिक बड़ी संख्या में कुंभ पहुंच रहे हैं। हाल में ही इंडिगो एयरलाइंस के सीईओ पीटर एल्बर्स ने भी त्रिवेणी में डुबकी लगाई। इसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा की। साथ ही उन्होंने महाकुंभ को लेकर अपने अनुभव भी बयां किए।
दिग्गज उद्योगपति पीटर एल्बर्स ने कहा, 15 अगस्त गणतंत्र दिवस पर पूरा देश भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और विरासत के संगम का जश्न मना रहा था। उस वक्त मैं प्रयागराज महाकुंभ मेला में मौजूद था। सुबह पांच बजे मैने पवित्र संगम में डुबकी लगाई। पवित्र संगम क्षेत्र में मैं करीब 10 लाख लोगों से घिरा हुआ है। जो कि मंत्र उच्चारण, प्रार्थना और भक्ति में लीन थे।
उन्होंने कहा, महाकुंभ में 45 दिनों में 45 करोड़ लोग आने वाले हैं। जो कि यूरोप की जनसंख्या के बराबर और संयुक्त राज्य अमेरिका से भी अधिक है। कोई भी शब्द, वाक्य या फोटो महाकुंभ मेला की ऊर्जा को बयां नहीं कर सकता है। संगम स्नान करके मैं अपने आप को बहुत ही सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।’
‘आस्ट्रेलिया की कैरी के लिए वेलनेस सेंटर, रायना बोली शक्ति केंद्र है महाकुंभ
महाकुंभ में हजारों की संंख्या में विदेशी नागरिक आए हुए हैं। महाकुंभ से प्रेरित होकर कैरी ने आस्ट्रेलिया में वेलनेस सेंटर खोले हैं। आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड से आईं कैरी एक निवेशक हैं जो अपने देश में वेलनेस सेंटर स्थापित कर रही हैं। वह कहती हैं कि सनानत में दीक्षा लेने और फिर 2019 के कुंभ में भाग लेने के अनुभव ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया।
अपने दूसरे महाकुंभ में आई कैरी कहती हैं कि भारत में किसी वेलनेस सेंटर की कोई आवश्यकता नहीं है, महाकुंभ अपने आप में एक वेलनेस सेंटर है। यह स्थान आत्मा को शुद्ध करने और जीवन में समरसता लाने का केंद्र है।”
वह अपने वेलनेस प्रोजेक्ट में महाकुंभ के अनुभवों को समाहित करने की योजना बना रही हैं। इन सभी विदेशी साधकों का कहना है कि मौनी अमावस्या का विशेष स्नान उनके लिए एक अनूठा अनुभव होगा। यह दिन आत्मसंयम, मौन और आध्यात्मिक साधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। वे सभी इस पावन अवसर पर स्नान करके अपने भीतर नई ऊर्जा और शांति का अनुभव करना चाहते हैं।
डेनवर की रायना बोलीं, महाकुंभ एक शक्ति केंद्र
अमेरिका के डेनवर की रायना, जो पर्यावरणविद हैं, दूसरी बार महाकुंभ में भाग ले रही हैं। कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए सरकार और उद्योगों के साथ काम करने वाली रायना ने 2019 के कुंभ में पहली बार भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का अनुभव किया था। वह मानती हैं कि महाकुंभ एक शक्ति केंद्र है, जहां से सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है। इस बार के आयोजन में भाग लेते हुए उन्होंने कहा, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि संपूर्ण प्रकृति और ब्रह्मांड के साथ जुड़ने का माध्यम है।”