Health Tips, Haryana Update : ब्रेन हेमरेज एक जानलेवा और गंभीर बीमारी है जो किसी भी व्यक्ति की जान ले सकती है। ब्रेन हेमरेज एक ऐसी समस्या है जो मस्तिष्क में रक्तस्राव के कारण होती है। ज्यादातर लोग ब्रेन हेमरेज के बारे में तो जानते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि ब्रेन हेमरेज के दौरान शरीर में क्या होता है। ब्रेन हेमरेज के दौरान सिर की नस फट जाती है और खून बहने लगता है। मेडिकल टर्म में इसे इंट्राक्रैनील हेमरेज भी कहते हैं। ज्यादातर ब्रेन हेमरेज चोट लगने की वजह से होता है, लेकिन कई बार यह अन्य शारीरिक गतिविधियों की वजह से भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि ब्रेन हेमरेज किन कारणों से होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
कैसे होता है ब्रेन हेमरेज?
वैसे तो ब्रेन हेमरेज कई तरह से होता है जिसमें मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। ऑक्सीजन की कमी की वजह से मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं, जिसका असर कई शारीरिक गतिविधियों पर पड़ता है। शरीर के किसी अंग का लकवाग्रस्त होना, शरीर के किसी अंग का सुन्न या कमजोर होना, आंखों की रोशनी पर असर, दौरे पड़ना या सिर दर्द होना, जिसे इंट्राक्रैनील हेमरेज या सेरेब्रल हेमरेज कहते हैं। 4-5 मिनट तक मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी होने से मस्तिष्क की नसें बहुत अधिक प्रभावित होने लगती हैं और फट जाती हैं, जिससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।
ब्रेन हेमरेज के कारण-
ब्रेन हेमरेज होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर व्यक्ति के सिर पर चोट लग जाए, या कार या बाइक दुर्घटना के दौरान किसी तरह की गंभीर चोट लग जाए, तो ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
कई बार मस्तिष्क में खून का थक्का जम जाता है, जिससे ब्रेन हेमरेज होता है।
उच्च रक्तचाप के कारण मस्तिष्क की नसें भी क्षतिग्रस्त होने लगती हैं, जिससे रक्तस्राव या नसें फटने लगती हैं।
ब्रेन ट्यूमर जो मस्तिष्क के ऊतकों पर दबाव डालता है, उससे भी रक्तस्राव और ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
धूम्रपान, बहुत अधिक शराब पीना या कोकीन का सेवन करने से भी ब्रेन हेमरेज का खतरा बढ़ जाता है। रक्त वाहिकाओं से जुड़ी समस्याएं, रक्त या रक्तस्राव से जुड़ी समस्याएं। कई बार बढ़ती उम्र के कारण भी ब्रेन हेमरेज हो जाता है। ब्रेन हेमरेज से कैसे बचें? ब्रेन हेमरेज का पता एमआरआई या सीटी स्कैन के आधार पर लगाया जाता है। अगर स्थिति गंभीर है तो ब्रेन हेमरेज के इलाज के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। मस्तिष्क पर दबाव को कम करने के लिए ऑपरेशन किया जा सकता है। ब्रेन हेमरेज से बचने के लिए हमेशा अपना बीपी चेक करवाएं, खास तौर पर हाई बीपी वाले लोग। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो अपना शुगर लेवल कंट्रोल में रखें। अपना वजन कंट्रोल में रखें ताकि कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहे। साथ ही शराब का सेवन कम करें, हेल्दी डाइट लें और एक्सरसाइज करें। ये सब आपको ब्रेन हेमरेज और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में मदद करेगा।