रात में एक साथ सोईं थीं दो सगी बहनें. सुबह के समय जब उन्हें जगाने पहुंचा पिता तो दरवाजा खोलते ही उड़ गए होश·

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के फुगाना थाना क्षेत्र के सांगड़ी गांव में कबड्डी की नेशनल लेवल की खिलाड़ी दो सगी बहनें रात में साथ में सोने के लिए कमरे में गई थीं. सुबह माता-पिता जगे. दोनों बेटियां नहीं जगी थीं. ऐसे में पिता उन्हें जगाने के लिए कमरे की ओर बढ़ा. उसने पहले तो दरवाजा खटाया. जब कुछ प्रतिक्रिया नहीं मिली तो दरवाजा खोला. दरवाजा खोलते ही कुछ ऐसा दिखा कि वह सिहर गया.आइये जानते हैं पूरा मामला..

रात में एक साथ सोईं थीं दो सगी बहनें. सुबह के समय जब उन्हें जगाने पहुंचा पिता तो दरवाजा खोलते ही उड़ गए होश·

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक सनसनीखेज मामला सामना आया है. मोबाइल के विवाद में कबड्डी की नेशनल लेवल की खिलाड़ी दो सगी बहनों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना 17 जनवरी की बताई जा रही है. दोनों बहनें परिवार संग रात में सोई थीं लेकिन सुबह उठ नहीं सकीं. परिजनों ने पुलिस को बगैर सूचना दिए दोनों बहनों का अंतिम संस्कार कर दिया था लेकिन जब मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस भी हरकत में आ गई. आनन फानन में मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई. घटना फुगाना थाना क्षेत्र के सांगड़ी गांव की है.

17 वर्षीय मनीषा गोस्वामी और 16 वर्षीय काजल गोस्वामी दोनों सगी बहनों के बीच 17 जनवरी की रात मोबाइल को लेकर विवाद हुआ था. दोनों बहनें रात में सो गई थीं लेकिन सुबह जब उन्हें जगाया गया तो दोनों अपने बिस्तर में मृत पाई गई थीं. परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर दोनों बहनों का 18 जनवरी को अंतिम संस्कार कर दिया था. मनीषा और काजल दोनों नेशनल लेवल की कबड्डी की खिलाड़ी थीं. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते इन बहनों को उनके माता-पिता नया मोबाइल नहीं दिला सके.

मृतिका की मां रूपेश गोस्वामी की मानें तो 17 तारीख को मोबाइल न मिलने पर विवाद हुआ था. अगले दिन दोनों बहनें अपने बिस्तर में मृत पाई गई थीं. किसी अनहोनी के चलते दोनों बहनों की मौत का राज़ उजागर करने में जुट गई है.

रुपेश गोस्वामी का कहना है कि दोनों की फोन पर लड़ाई हो रही थी. लड़की बोल रही थी कि पापा मुझे फीस भी चाहिए. 13000 रुपये फीस थी. मैंने कहा या तो फीस ले लो या फिर मोबाइल फोन. हम बहुत गरीब है. अपना जैसे-तैसे गुजारा कर रही हूं. मैं बीमार थी. बेटियों ने मुझे दवाई देने से इनकार कर दिया. मेरे पति ने दवाई दी. एक बेटी स्कूल की अपनी फाइल बना रही थी और दूसरी पढ़ाई कर रही थी. हम लोग यहीं लेटे हुए थे. सुबह बेटियों को आवाज लगाई तो कोई आवाज नहीं आई. फिर कुछ नहीं पता. मैं बेहोश हो गई. एक बेटी पुणे खेलने गई थी. 15, 16000 रुपये का खर्च आया था. 13000 रुपये फीस में दिए थे. मुझे दिल की बीमारी है.’

एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया, ‘थाना फुगाना पर सूचना प्राप्त हुई की ग्राम गढ़मलपुर सागड़ी में एक शख्स शौकीन ने अपनी दो बेटियों का दाह संस्कार बिना पुलिस को बताए कर दिया गया है. सूचना थाना फुगाना पर प्राप्त हुई है. किसी अनहोनी की आशंका भी जताई जा रही है. एसओ फुगाना और उनकी टीम मौके पर गांव में मौजूद है. इस मामले की जांच की जा रही है.’