सिपाही ने किया ऐसा कांड, बंगाल के दंपती का हुआ बुरा हाल….

गोरखपुर। रोजगार की तलाश में ट्रेन से मुंबई जा रहे बंगाल के दंपती को रेलवे स्टेशन से अगवा कर लूट का प्रयास करने वाले आरोपित सिपाही अभिषेक यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पति को गोरखनाथ थाने के सामने उतारने के बाद वह महिला को लेकर स्पोर्ट्स कालेज चला गया। लूट में नाकाम […]
सिपाही ने किया ऐसा कांड, बंगाल के दंपती का हुआ बुरा हाल….सिपाही ने किया ऐसा कांड, बंगाल के दंपती का हुआ बुरा हाल….

गोरखपुर। रोजगार की तलाश में ट्रेन से मुंबई जा रहे बंगाल के दंपती को रेलवे स्टेशन से अगवा कर लूट का प्रयास करने वाले आरोपित सिपाही अभिषेक यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पति को गोरखनाथ थाने के सामने उतारने के बाद वह महिला को लेकर स्पोर्ट्स कालेज चला गया।

लूट में नाकाम होने पर वह महिला को छोड़कर फरार हो गया। पुलिस लाइन में तैनात गाजीपुर के रहने वाले आरोपित सिपाही के खिलाफ केस दर्ज कर निलंबित कर दिया गया है। बंगाल के नादिया जिला स्थित सुलवा गेट निवासी सौरभ विश्वास, बिहार के नरकटियागंज में मजदूरी करते थे। मुंबई जाने के लिए वह सोमवार की रात पत्नी के साथ बस से गोरखपुर पहुंचे।

प्लेटफार्म नंबर नौ पर खड़ी ट्रेन में दंपती चढ़ रहे थे कि सिपाही अभिषेक यादव ने सौरभ व उनकी पत्नी को मोबाइल फोन चुराने के आरोप में ट्रेन से उतार लिया। पूछताछ के लिए वह दोनों को अपनी बाइक पर बैठाकर गोरखनाथ थाने ले गया।

पति सौरभ विश्वास को थाना गेट पर उतारने के बाद वह पत्नी को महिला थाने छोड़ने की बात कहकर साथ लेते गया। सौरभ ने इसकी जानकारी थाने के पुलिसकर्मियों को दी तो वह खोजबीन में जुट गए। आरोपित सिपाही महिला को स्पोर्ट्स कालेज के पास ले गया और गहने लूटने की कोशिश की। विरोध पर उसकी पिटाई कर दी।

शोर मचाने पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो महिला आधे घंटे के भीतर स्पोर्ट्स कालेज के पास मिल गई। सौरभ विश्वास की तहरीर पर पुलिस ने जानलेवा हमला और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है। सीसी कैमरा फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने गाजीपुर जिले के चौरा मनिहारी गांव निवासी सिपाही अभिषेक यादव की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया।

घर लौटते दंपती की आंखों में आंसू, दिल में थे सवाल
रोजगार की तलाश में मुंबई जा रहे बंगाल के दंपती के साथ शहर में जो हुआ उनके लिए यह किसी दहशत भरे सपने से कम नहीं थी। रोजगार की तलाश में पश्चिम बंगाल से बिहार के नरकटियागंज तक का सफर तय करने वाले इस दंपती ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनकी जिंदगी में ऐसा मोड़ आएगा, जहां रक्षक ही भक्षक बन जाएगा। मुंबई जाने की उम्मीदों से भरे इस जोड़े के सपने गोरखपुर में ही चकनाचूर हो गए।

पश्चिम बंगाल के रहने वाले दंपती बिहार के नरकटियागंज में काम की तलाश में आए थे, लेकिन वहां कुछ न मिलने पर उन्होंने मुंबई जाने का फैसला किया। वे गोरखपुर पहुंचे और ट्रेन पकड़ने ही वाले थे कि अचानक एक वर्दीधारी शख्स उनके सामने आया। तुम चोरी करके भाग रहे हो, यह सुनते ही सौरभ और उनकी पत्नी सकते में आ गए।

महिला को स्पोर्ट्स कालेज के पास ले जाकर सिपाही ने लूटने की कोशिश की। वह चीखना चाहती थी, लेकिन डर से उसकी आवाज नहीं निकल रही थी। अगर पुलिस वक्त पर नहीं पहुंचती, तो उस रात क्या होता, यह सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जा रहे थे। गोरखनाथ थाने की पुलिस तुरंत हरकत में आई। सीसी कैमरे के फुटेज खंगाले गए और सर्विलांस की मदद से आरोपित की पहचान की गई।

पुलिस की सक्रियता से महिला की जान बच गई, और आरोपी भाग निकला। कुछ ही घंटों बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब अभिषेक यादव की जांच की, तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया। उसके पास अमित नाम का एक आधार कार्ड बरामद हुआ, जिस पर उसकी तस्वीर लगी थी।इतना ही नहीं, उसने अपनी बाइक की नंबर प्लेट भी बदल रखी थी, ताकि कोई उसे आसानी से पकड़ न सके।

यह सब इस बात का इशारा था कि यह पहली बार नहीं था, जब उसने ऐसी वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी।जब पुलिस ने आरोपित का मोबाइल खंगाला, तो उसमें महिला की तस्वीर मिली। यह साफ था कि उसकी नीयत ठीक नहीं थी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या वह पहले भी इस तरह की घटनाओं में शामिल रहा है।

फूट-फूटकर रोती रही महिला, सदमे में रही एक घंटे तक
जब महिला थाने पहुंची, तो वह खुद को रोक नहीं पाई। फूट-फूटकर रो पड़ी।वह करीब एक घंटे तक कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी। पति सौरभ उसे ढांढस बंधा रहा था, लेकिन उसकी आंखों में भी आंसू थे। दोनों के सपने वहीं चकनाचूर हो चुके थे। अभिषेक यादव शादीशुदा है। उसकी पत्नी गांव पर है।जबकि वह गुलरिहा थाना क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर अकेले रहता था। जब पुलिस ने उसके घरवालों को यह खबर दी, तो पूरा परिवार सदमे में आ गया।

पत्नी को तो इस पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसका पति ऐसा घिनौना अपराध कर सकता है।गोरखनाथ थाना पुलिस ने जब आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, तब जाकर पीड़ित परिवार को थोड़ी राहत मिली। लेकिन उनके अंदर जो डर घर कर गया।थाने से निकलते ही उन्होंने फैसला सुना दिया कि हमें अब मुंबई नहीं जाना, हम घर लौट रहे हैं।

पहले भी कई बार लग चुका है वर्दी पर दाग :
22 नवंबर 2024 : पिपराइच थाने में तैनात प्रशिक्षु महिला दारोगा अंकिता पांडेय 10 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार
31 जुलाई 2024 : खोराबार पुलिस चौकी के दो सिपाहियों को एंटी करप्शन की टीम ने 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा।
10 जून 2024 : एम्स थाने की जगदीशपुर चौकी पर तैनात दारोगा व सिपाहियों पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज हुआ।
01 अप्रैल 2024 : बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने व्यापारी के 50 लाख रुपये हड़पे। पुलिस ने साथी संग गिरफ्तार कर जेल भेजा।
06 फरवरी 2024 : खोराबार थाने के रामनगर कडज़हां के पूर्व चौकी प्रभारी समेत चार पर भ्रष्टाचार केस दर्ज हुआ।युवक से 10 हजार रुपये मांग रहे थे।
17 जनवरी 2024: पीपीगंज थाने में तैनात दारोगा अमित कुमार सिंह और सिपाही अमित यादव को एसएसपी ने निलंबित किया।आरोप था की तस्कर को छोड़ने के लिए रुपये लिए थे।
11 अक्टूबर,2023 : शाहपुर पुलिस ने सम्मन सेल में तैनात दारोगा रविंद्र शुक्ल व उसके साथी कुलवीर को 33 किलो गांजा के साथ पकड़ा।