
एक लड़का शादी करता है तो उसके पीछे मुख्य कारण लड़की का शरीर है, लेकिन अगर गहराई से समझा जाए तो ऐसा नहीं है बात इससे कहीं ज्यादा बड़ी है
मेरी शादी को छह साल हो चुके थे। मेरे पति, अजय, एक साधारण आदमी थे।
बैंक में नौकरी करते थे और उनकी दुनिया सिर्फ हमारे छोटे से घर और परिवार तक सीमित थी। उनकी आदतें और बातें मुझे हमेशा साधारण लगती थीं। मैं अक्सर सोचती, “काश मेरी शादी किसी ऐसे इंसान से हुई होती जो मुझे रोमांचक जिंदगी दे पाता, मेरे लिए कुछ अलग करता।”
अजय मुझसे सिर्फ तब करीब आते, जब उन्हें शारीरिक जरूरत होती। यही वजह थी कि मेरे मन में यह धारणा बन गई थी कि लड़कों को सिर्फ इसी चीज में रुचि होती है। मैंने कभी उनकी कद्र नहीं की। छोटी-छोटी बातों पर उन्हें टोक देती-कभी कपड़े ठीक से नहीं पहने, तो कभी बच्चों के होमवर्क में मदद करते-करते थक गए।
मुझे उनकी सलाहें हमेशा रोक-टोक लगती थीं, खासकर जब मैं मॉडर्न कपड़े पहनकर बाहर जाती और वे कहते, “बाहर निकलने से पहले ध्यान दिया करो कि क्या पहन रही हो।” उनकी बातों को मैं बेपरवाह होकर नज़रअंदाज़ कर देती थी।
फिर एक दिन, अजय सुबह जल्दी उठकर ऑफिस के लिए तैयार हो रहे थे। मैंने बिना देखे ही कहा, “ऑफिस के बाद सब्जी लेते आना, हर बार भूल जाते हो।” उन्होंने सिर हिलाया, मुस्कुराए, और दरवाजे से बाहर निकल गए। लेकिन वो कभी वापस नहीं आए।
अजय का ऑफिस जाते वक्त एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। जब पुलिस मेरे घर आई और उन्होंने यह खबर दी, तो जैसे मेरी पूरी दुनिया ही खत्म हो गई।
कुछ दिनों बाद पता चला कि अजय ने हमारे नाम पर बीमा लिया था। एक करोड़ रुपये मेरे खाते में आ गए। रिश्तेदारों ने कहा, “अजय ने बहुत अच्छा किया। देखो, तुम्हारे और बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर दिया।” मैं बस खामोश रही।
लेकिन उन पैसों से मैं क्या खरीद सकती थी? उनकी चाय बनाने की आदत? बच्चों के साथ खेलते हुए उनका चेहरा? ऑफिस से फोन कर हर दिन पूछना, “कुछ चाहिए क्या?” ये सब चीजें अब मेरी जिंदगी से हमेशा के लिए खो चुकी थीं।
अब जब मैं मॉडर्न कपड़े पहनने की सोचती हूं, तो खुद ही रुक जाती हूं। पहले मुझे किसी बात की चिंता नहीं थी, क्योंकि अजय मेरे साथ होते थे। उनकी मौजूदगी में मुझे कभी कोई डर महसूस नहीं हुआ। लेकिन अब, सब कुछ बदल गया है।
अजय की हर छोटी-छोटी आदतें, जो कभी मुझे शिकायत लगती थीं, अब मेरी सबसे कीमती यादें बन गई हैं। उनकी मुस्कान, उनका मेरी पसंद की साड़ी लाना, उनका मुझे खुश करने की कोशिश करना-ये सब मेरी जिंदगी का आधार था।
आज मैं समझती हूं कि प्यार दिखावे में नहीं, बल्कि उन छोटे-छोटे पलों में होता है, जिन्हें हम अकसर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। काश मैंने उनकी कद्र की होती। काश मैंने समझा होता कि उनकी सादगी ही मेरी असली खुशी थी।
अब जब मैं दूसरी महिलाओं को उनके पतियों की बुराई करते हुए सुनती हूं, तो दिल से यही कहती हूं-रिश्तों की अहमियत को समझो। सोचो, अगर तुम्हारा पति तुम्हारे साथ न रहे, तो तुम्हारी दुनिया कैसी होगी?
प्यार की कद्र करो, क्योंकि जब वो चला जाता है, तो सिर्फ खालीपन और पछतावा बचता है। जीवन की सबसे बड़ी सीख यही है कि सच्चा प्यार छोटी-छोटी बातों में छुपा होता है। उसकी कद्र करो, जब तक वह तुम्हारे साथ है।