मुंबई। महाराष्ट्र के अमरावती से एक सनीसनीखेज मामला सामने आया है। एक मठ के पुजारी पर नाबालिग लड़की का कई महीनों तक यौन शोषण करने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने मठ के मुख्य पुजारी और उसके सहायक को गिरफ्तार कर लिया है। पुजारी की उम्र 75 साल है जबकि लड़की सिर्फ 17 साल की है। मामले में पीड़िता की एक महिला रिश्तेदार को भी अरेस्ट किया गया है।
जाने पूरा मामला
लड़की मंगलवार को अपने माता-पिता के साथ अमरावती के शिरखेड थाने पहुंची थी। वहां उसने रिद्धपुर मठ के मुख्य पुजारी तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया। लड़की का मेडिकल जांच कराया गया, जिसमें वह 8 महीने की गर्भवती निकली। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह अपने चाचा-चाची के साथ एक साल से मठ में सेवा करने के लिए रह रही थी। उसी दौरान मुख्य पुजारी ने 2 अप्रैल, 2024 को उसकी चाची से कहा कि उसे मेरे से मिलने भेजो।
चाची भी थी शामिल
लड़की की चाची ने उसे पुजारी सुरेंद्रमुनि तालेगांवकर के कमरे में भेज दिया, जहाँ उसका बलात्कार किया गया। पीड़िता का कहना है कि उस मठ में रहने वाले 40 वर्षीय बालासाहेब देसाई ने भी उसका रेप किया है। दोनों ने मिलकर कई महीनों तक उसके साथ घिनौना काम किया। जब उसने इस बारे में अपनी चाची को बताया तो उसने उसे डराया-धमकाया। पुलिस का कहना है कि लड़की की चाची अगर मदद करती तो इतने दिनों तक उसका यौन शोषण नहीं होता। भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से नुकसान पहुंचाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।