Himachali Khabar (8th pay commission) 8वें वेतन आयोग में सैलरी में बढ़ौतरी को लेकर कर्मचारियों को निश्चित तौर पर तोहफा मिलने वाला है। कर्मचारियों की सैलरी के साथ-साथ नए वेतन आयोग में कर्मचारियों को प्रमोशन में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। जब से 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) को मंजूरी मिल रही है, कर्मचारियों के लिए बड़े-बड़े बदलावों के अपडेट सामने आ रहे हैं।
सदस्यों और अध्यक्ष की नियुक्ति बाकी
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) को मंजूरी तो दे दी, लेकिन अभी तक गठन नहीं हुआ है। 8वें वेतन आयोग के सदस्यों और अध्यक्ष की नियुक्ति अभी बाकी है। इसको लेकर प्रक्रिया जारी है, जल्द ही सरकार फैसला लेने वाली है। गठन के बाद आयोग अपनी प्रक्रिया शुरू कर देगा।
प्रमोशन को लेकर ये है बड़ा अपडेट
नेशनल काउंसिल-ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (NC-JCM) से सरकार ने 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के संदर्भ की शर्तों को लेकर सुझाव मांगे हैं। एनसी-जेसीएम के स्टाफ साइड ने सरकार को सुझाव दिया है कि नए वेतन आयोग में नौकरी के दौरान कम से कम 5 पदोन्नति की सिफारिश की जाए।
फिलहाल मिलते हैं तीन प्रमोशन
स्टाफ साइड ने कहा है कि वेतन आयोग को एमएसीपी योजना की मौजूदा विसंगतियों के साथ-साथ कम से कम 5 प्रमोशन पर विचार करने का सुझाव दिया है। मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन के तहत केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को 30 साल की नौकरी में कम से कम 3 प्रमोशन (8th pay commission promotion rules) दिए जाते हैं। प्रत्येक कर्मचारी को 10, 20 और 30 साल की नौकरी में तीन पदोन्नति का आश्वासन दिया जाता है। इसे बढ़ाकर 5 किए जाने की मांग है।
सैलरी में 92 से 186 प्रतिशत की वृद्धि
नए वेतन आयोग (8th pay commission salary hike) के तहत कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ौतरी की उम्मीद है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग में 1.92-2.86 के बीच फिटमेंट फैक्टर हो सकता है। इन फिटमेंट फैक्टर के अनुसार केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए संभावित वेतन संशोधन 92-186% के बीच मिल सकता है। इतनी बढ़ौतरी से कर्मचारियों की सैलरी (8th pay commission) ढाई गुणा से ज्यादा तक बढ़ सकती है।
सैलरी में बढ़ौतरी को ऐसे समझिए
अगर, केंद्रीय कर्मारियों का फिटमेंट फैक्टर 1.92 रहता है तो न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये से बढ़कर 34,560 और न्यूनतम बेसिक पेंशन 9000 रुपये से बढ़कर 17,280 रुपये हो सकती है। 2 के फिटमेंट फैक्टर के साथ न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये से बढ़कर 36,000 और न्यूनतम बेसिक पेंशन 9000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो सकती है।
2.08 के फिटमेंट फैक्टर के साथ न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये से बढ़कर 37,440 और न्यूनतम बेसिक पेंशन 9000 रुपये से बढ़कर 18,720 रुपये हो सकती है। 2.86 के फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) के साथ न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपये से बढ़कर 51,480 और न्यूनतम बेसिक पेंशन 9000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये हो सकती है।
नए वेतन आयोग में इन सुझावों पर भी हो रहा विचार
8वें वेतन आयोग (8th pay commission) में सभी श्रेणियों के कर्मचारियों के लिए वेतन पुनर्गठन पर भी विचार किया जा रहा है। करियर प्रगति में सुधार के लिए गैर-व्यवहार्य वेतनमानों का विलय करने का प्रस्ताव दिया गया है। एक्रोयड फॉर्मूले और 15वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के आधार पर सम्मानजनक न्यूनतम वेतन का निर्धारण करने की मांग है। महंगाई भत्ते और महंगाई राहत को मूल वेतन में मर्ज करने की मांग है। इसके अलावा तमाम भत्तों में भी संसोधन की मांग है।