Delhi-Mumbai Expressway: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की पहाड़ी में बनाई जा रही सुरंग (टनल-वन) की ड्रिलिंग मशीन शुक्रवार को पहाड़ी को चीर कर पार हो गई।
इसके साथ ही ऐसे में वहां अधिकारियों और कर्मचारियों ने ब्रेक-थ्रू सेरेमनी के रूप में खुशियां मनाई गई । दरा की इस पहाड़ी में 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर आने-जाने के दो अलग-अलग चार-चार लेन की टनल बनाई जा रही है। इसमें टनल-वन ड्रिलिंग में आर-पार हो गई।
अब इसकी नियत आकार में खुदाई की जाएगी। इसके अलावा दूसरी टनल (टी-टू) का काम भी तेजी से चल रहा है। मार्च माह में इस टनल के लिए पहाड़ में आर-पार सुराख हो जाएगा।
ये थी सबसे चौड़ी टनल
आपकी जांकरी के लिए बता दें कि इस टनल की कुल लंबाई 3.3 किमी और चौड़ाई 21 मीटर है। यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के ठीक पहले शुरू होकर रिजर्व के 500 मीटर बाद तक बनाई जा रही है। जिससे वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास प्रभावित न हो। निर्माण में न्यू ऑस्ट्रेलियन टनल मेथड (एनएटीएम) का उपयोग किया जा रहा है।
इस दिन तक पूरा होगा काम
आपको बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर दरा की दोनों टनल का काम इस साल दिसम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अगले साल जनवरी माह तक यहां ट्रैफिक शुरू कर दिया जाएगा। इससे दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर वाहन सीधे निकल सकेंगे। कोटा-झालावाड़ फोरलेन पर भी ट्रैफिक कम हो जाएगा।
इस महीने तक होगा काम पूरा
आपको बता दे दरा में 8 लेन की टनल-वन में ड्रिलिंग में सुरंग आर-पार हो गई। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जून माह तक दोनों टनल आर-पार होने के बाद खुदाई का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। साल के अंत तक दोनों टनल का काम पूरा हो जाएगा। जनवरी में ट्रैफिक शुरू हो जाएगा।
वेंटिलेशन, फायर फाइटिंग की सुविधाएं
दरा की पहाड़ी में दोनों टनल की खुदाई का काम पूरा होने के बाद यहां टनल को पक्का करने का काम किया जाएगा। इसके बाद सड़क का निर्माण किया जाएगा। टनल में रोशनी के लिए अत्याधुनिक लाइटें लगाई जाएंगी। इसके अलावा आपातकालीन पिरिस्थतियों के लिए इसमें फायर फाइटिंग सिस्टम भी विकसित किया जाएगा। टनल की लंबाई 3.3 किलोमीटर है। ऐसे में इसमें वेंटिलेशन के लिए अत्याधुनिक सिस्टम विकसित किए जाएंगे।
वेंटिलेशन, फायर फाइटिंग की सुविधाएं
दरा की पहाड़ी में दोनों टनल की खुदाई का काम पूरा होने के बाद यहां टनल को पक्का करने का काम किया जाएगा। इसके बाद सड़क का निर्माण किया जाएगा। टनल में रोशनी के लिए अत्याधुनिक लाइटें लगाई जाएंगी।
इसके अलावा आपातकालीन पिरिस्थतियों के लिए इसमें फायर फाइटिंग सिस्टम भी विकसित किया जाएगा। टनल की लंबाई 3.3 किलोमीटर है। ऐसे में इसमें वेंटिलेशन के लिए अत्याधुनिक सिस्टम विकसित किए जाएंगे।