Himachali Khabar
मौसम में कल यानि 3 मार्च को बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ को निचले से ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर एक गर्त के रूप में देखा जा रहा है, जिसकी धुरी औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है और अब यह लगभग 30 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में 62 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ चल रही है। पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान के भागों पर बना प्रेरित निम्न दबाव क्षेत्र कम स्पष्ट हो गया है।
एक चक्रवाती परिसंचरण अब दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम और उससे सटे अरुणाचल प्रदेश पर बना हुआ है।
मौसम अगले 24 घंटों में मौसम की गतिविधि:
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आएगी। हालांकि, उत्तराखंड में मार्च की शाम तक हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है। यूपी, आंतरिक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बरसात संभव है।
अगले 24 घंटों के दौरान सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है और उसके बाद इसकी तीव्रता और फैलाव कम हो जाएगा। दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर, 3 मार्च को जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की गतिविधियों की उम्मीद करते हैं। 3 मार्च को उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
3 और 4 मार्च को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के उत्तरी हिस्सों में हल्की से मध्यम बरसात संभव है। अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री की गिरावट आ सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान और गुजरात में अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है।