दुनिया के हर इंसान की यही ख्वाहिश होती हैं कि वह उम्रभर स्वस्थ रहे और उसे किसी प्रकार का कोई रोग न हो। लेकिन जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती हैं वैसे-वैसे शरीर कमजोर और शिथिल पड़ने लग जाता हैं और शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लग जाती हैं। उम्र बढ़ने के साथ दांत कमजोर होकर टूटने लगते हैं, बाल सफेद और कमजोर होकर गिरने लगते हैं, जोड़ो व घुटनों में दर्द होने लगता हैं, आंखों का नम्बर बढ़ जाता है इसके अलावा कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती है।
लेकिन आज हम आपको बता रहें कुछ ऐसे घरेलू आयुर्वेदिक उपाय जिनको अपनाकर उम्रभर स्वस्थ रहा जा सकता हैं। तो आइए जानते हैं।
1. अर्थराइटिस होने पर यानी जोड़ो, घुटनों या कमर में दर्द होने पर प्रतिदिन सुबह खाली पेट मेथीदाना चूर्ण का सेवन करें। इससे अर्थराइटिस की समस्याओं से जल्द ही छुटकारा मिलता हैं।
2. चर्म रोग होने पर प्रतिदिन सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस पीना चाहिए या ताजा एलोवेरा का सेवन करना चाहिए। इससे सभी प्रकार के चर्म रोग दूर होते हैं और चेहरे के कील-मुहांसे भी जड़ से खत्म हो जाते हैं।
3. प्रतिदिन लहसुन का सेवन करने पर ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता हैं लहसुन हाई ब्लड प्रेशर को शीघ्र ही नॉर्मल कर देता हैं।
4. बाल असमय ही सफेद हो जाए या झड़ने लगे तो प्रतिदिन आंवला जूस पीना चाहिए। आंवला बालों की अच्छी सेहत के लिए लाभदायक होता हैं। इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती हैं जो बालों को उम्रभर काले, मजबूत व घने बनाए रखता हैं।
5. डायबिटीज की समस्या होने पर लौकी और करेले का जूस या सब्जी का सेवन करना चाहिए। इससे डायबिटीज की समस्या जल्द ही दूर हो जाती हैं।
6. हार्ट डिजीज होने प्रतिदिन अनार का सेवन करना चाहिए। अनार कमजोर हार्ट को मजबूत बनाता हैं और हार्ट पर पड़ने वाले रक्त के दबाव को नियंत्रित करता हैं।
7. आंखों की रोशनी कमजोर होने पर या आंखों का कोई रोग होने पर आंवला, गाजर, बादाम, पालक चीजों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। इससे आंखों की रोशनी तेजी से बढ़ती हैं और आंखों के रोग दूर होते हैं।
8. पेट से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर जैसे एसिडिटी, गैस कब्ज, अपच आदि होने पर प्रतिदिन त्रिफ़ला चूर्ण का सेवन करना चाहिए। इससे पेट की सभी समस्याएं जल्द ही दूर हो जाती हैं।
9. थकान और कमजोरी होने पर अश्वगंधा चूर्ण दूध में मिलाकर पीना चाहिए। इससे थकान व कमजोरी शीघ्र ही दूर हो जाती है।
10. प्रतिदिन नीम या बबूल की दातुन से मंजन करना चाहिए। इससे दांत उम्रभर स्वस्थ रहते हैं। नीम और बबूल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीवायरल गुण होते हैं जो दांतों के साथ-साथ मसूड़ो को भी मजबूत बनाते हैं और दांतों की कैविटी को दूर करते हैं।
11. आंवला और एलोवेरा जूस का नियमित रूप से पीने पर शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं और प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता हैं। इससे शरीर बीमारियों के चपेट में आने से बच जाता हैं।
12. प्रतिदिन गिलोय का जूस पीने से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती हैं। गिलोय जूस पीने से गंभीर से गंभीर बुखार भी कुछ ही देर में उतर जाता हैं।