जौनपुर। अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले बनाए करीब डेढ़ घंटे के वीडियो में अपनी पत्नी और ससुराल वालों को इसका जिम्मेदार बताया है. इस मामले की जांच करने के लिए बेंगलुरु पुलिस की एक टीम जौनपुर पहुंच गई है. जैसे ही अतुल सुभाष के ससुराल वालों को इसकी जानकारी हुई वे देर रात में घर में ताला लगाकर वहां से निकल गए.
निकिता सिंघानिया की मां निशा सिंघानिया और उनका साला रात के अंधेरे में अपने घर पर ताला लगाकर भाग गए. इस दौरान मीडिया के सवालों से बचती हुई अतुल की सास निशा सिंघानिया का वीडियो भी सामने आया है. वह रिपोर्टर के हाथ जोड़ रही हैं, लेकिन किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रही हैं और फिर वो बाइक पर बैठकर चली गई.
जौनपुर शहर कोतवाली से 100 मीटर की दूरी पर है घर
अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया की मां और भाई जौनपुर शहर कोतवाली से महज 100 कदम की दूरी पर खोवामंडी में अपने घर पर रहते हैं. यहीं उनकी कपड़ों की दुकान भी है. जब उन्हें पता चला कि बेंगलुरु पुलिस की टीम जौनपुर पहुंच गई है तो उन्होंने घर से भागना ही मुनासिब समझा.
इससे पहले निकिता की मां ने आजतक से बात करते हुए कहा अपनी बेटी और परिवार पर लगाए गए उत्पीड़न के सभी आरोपों को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा, “ये जो आरोप लगे हैं, सारे निराधार है. मैं सारे सबूत दुनिया के सामने रखूंगी. अतुल सुभाष ने अपना फ्रस्ट्रेशन हम पर निकाला है. मेरी बेटी कभी किसी को आत्महत्या के लिए नहीं बोल सकती.”
अतुल ने जौनपुर की जज पर भी लगाए थे गंभीर आरोप
अतुल ने सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में जौनपुर की जज पर भी उत्पीड़न और घूस मांगने का आरोप लगाया. अतुल ने कहा कि जज की अदालत में तारीख के लिए पेशकार को भी घूस देनी पड़ती है. अतुल ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज ने उन पर 3 करोड़ मेंटिनेंस देने का दबाव भी बनाया. उसके बाद उनसे पांच लाख रुपये की रिश्वत भी मांगी. उन्होंने कहा कि दिसंबर तक वो इस केस को सेटल कर देंगी. अतुल सुभाष ने अपने वीडियो में जज पर ऐसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले जो वीडियो बनाया, उसमें कहा कि उनकी मौत के बाद पत्नी और उसके परिवार को उनके शव के पास आने की अनुमति न दी जाए. अतुल ने अपने परिजनों से कहा कि जब तक उनका कथित उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिल जाती तब तक उनकी अस्थियों का विसर्जन न करें. न्याय की मांग करते हुए अपने परिजनों से कहा कि अगर उनका उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिलती है तो वे मेरी अस्थियों को अदालत के बाहर गटर में बहा दें.
9 दिसंबर को बेंगलुरु में किया था सुसाइड
अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु में अपने बेडरूम के सीलिंग फैन से लटककर फांसी लगा ली. उन्होंने सुसाइड के वक्त जो टीर्शट पहनी थी, उस पर लिखा था Justice Is Due. इससे पहले डेढ घंटे का वीडियो और 24 पन्नों की चिट्ठी में अतुल ने सुसाइड के लिए पत्नी, ससुरालवालों और न्यायिक व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया. उनकी शादी 2019 में निकिता सिंघानिया से हुई थी, जिससे उनका एक बच्चा था. शादी के दो साल बाद पत्नी ने दहेज उत्पीड़न, पिता की हत्या और अप्राकृतिक यौन शोषण तक के 9 केस अतुल के खिलाफ दर्ज करा दिए. अतुल ने आरोप लगाया कि इन मामलों को सेटल करने के लिए उनसे तीन करोड़ रुपये की डिमांड की थी.
सुसाइड मामले में पत्नी समेत 4 के खिलाफ केस दर्ज
अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अतुल के भाई बिकास कुमार ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी. इसी के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), धारा 3(5) का केस दर्ज किया है.