गर्मी का मौसम चल रहा है और ऐसे में अल्कोहल पीने वालों की पहली पसंद होती है बियर, लोग भयंकर गर्मी में ठंडी ठंडी बियर पीना पसंद करते हैं , इसे खरीदने के लिए आपको दुकानों पर भीड़ दिख जाएगी | ऐसी भीड़ देख कर अपने भी ये सोचा होगा की ठेके वाले कितनी कमाई करते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं की बियर की एक बोतल बेच कर दूकान वाले को कितने का फायदा होता है | आइये जानते हैं इसके बारे में जब भी आप किसी दुकानदार से जितने रुपये में भी सामान खरीदते हैं, उसमें उस दुकानदार का मुनाफा भी छुपा होता है.
दुकानदार एमआरपी से कम प्राइज में सामान खरीदते हैं और उसे उसमें अपना मुनाफा जोड़कर बेच देते हैं. ऐसा ही कुछ शराब के व्यापारियों के साथ होता है, वो भी एक मार्जिन के बाद ग्राहकों को शराब बेचते हैं. तो सवाल ये है कि आखिर जिस दुकानदार से लोग शराब खरीदते हैं, उस दुकानदार के एक बीयर की बोतल कितने रुपये की पड़ती है और एक बोतल बिकने पर कितनी कमाई होती है?
किस आधार पर तय होता है मुनाफा?
दरअसल, शराब पर मुनाफा की चीजों पर निर्भर करता है. अगर शराब के प्रॉफिट की कैटेगरी की बात करें तो इसमें एक कैटेगरी तो बीयर, एल्कोपॉप की होती है. इसके अलावा दूसरी कैटेगरी में आईएमएफएल है, जिन्हें इंडियन मेड फॉरेन लिकर कहा जाता है. साथ ही मुनाफा फॉरेन लिकर, देसी शराब आदि पर निर्भर करता है. इसके साथ ही हर कंपनी, राज्य, ब्रांड पर भी शराब पर होने वाली डिसाइड होती है. ऐसे में ये स्पष्ट रुप से नहीं कहा जा सकता कि आखिर शराब पर कितना मुनाफा होता है. ये हर बोतल पर निर्भर करता है कि उससे दुकानदार को कितना मुनाफा होगा.
कितना होता है मुनाफा?
दिल्ली के एक्साइज डिपार्टमेंट पर दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, कुछ साल पहले बीयर पर करीब 12 फीसदी, आईएमएफएल के इकोनॉमी ब्रांड पर प्रति बोतल 4 रुपये, मीडियम लिकर पर 4.25 रुपये, इंडियन लिकर पर 20 फीसदी और फॉरेन लिकर पर 20 फीसदी का मुनाफा होता है. हालांकि, कुछ सालों में लिकर पर होने वाला प्रॉफिट मार्जिन बदल सकता है और लेकिन कई रिपोर्ट के अनुसार ये फायदा 20 से 25 फीसदी तक रहता है. मगर ये स्टेट, ब्रांड के हिसाब से अलग भी हो सकता है.