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इस साल चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ 22 मार्च दिन बुधवार से हो रहा है. इस बार की चैत्र नवरात्रि पंचक में प्रारंभ हो रही है. यह पंचक 19 मार्च दिन रविवार से शुरू होकर 23 मार्च गु. रुवार तक रहेगा. रविवार से प्रारंभ होने के कारण यह रोग पंचक है. हालांकि यह पंचक चैत्र नवरात्रि के दो दिन ही रहेगारोग पंचक शारीरिक पीड़ा देता है, रोग का कारक हो सकता है. रोग पंचक के 5 दिनों में शारीरिक कष्ट की आशंका बनी रहती है. पंचक में कुछ शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है, लेकिन पूजा पाठ कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना मुहूर्त और पंचक का समय क्या है?
चैत्र नवरात्रि 2023 पंचक
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि शुरू होती है. इस साल पंचक का प्रारंभ 19 मार्च को सुबह 11 बजकर 17 मिनट से हो रहा है और पंचक का समापन 23 मार्च को दोपहर 02 बजकर 08 मिनट पर होगा. पंचक 5 दिनों तक होता है. पंचक के चौथे दिन से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है और चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन दोपहर बाद से पंचक खत्म हो जाएगा.
कब है चैत्र नवरात्रि 2023
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 मार्च बुधवार को है, इसलिए इस दिनांक से ही चैत्र नवरात्रि शुरू होगी और उस दिन ही कलश स्थापना होगी. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 21 मार्च मंगलवार को रात 10:52 बजे से लेकर 22 मार्च को रात 08:20 बजे तक रहेगी.
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चैत्र नवरात्रि का कलश स्थापना मुहूर्त 2023
22 मार्च को चैत्र नवरात्रि की कलश स्थापना की जाएगी. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रात: 06:23 बजे से सुबह 07:32 बजे तक है. इसके अलावा दोपहर अभिजित मुहूर्त में भी कलश स्थापना किया जाता है, लेकिन इस साल चैत्र नवरात्रि के पहले दिन अभिजित मुहूर्त नहीं है. ऐसे में कलश स्थापना सुबह में करना होगा.
इस साल पूरे 10 दिन है चैत्र नवरात्रि
इस साल चैत्र नवरात्रि का पर्व पूरे 10 दिनों का है. चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से प्रारंभ हो रही है और चैत्र नवरात्रि की नवमी 30 मार्च को है. इस दिन राम नवमी भी है. 31 मार्च को चैत्र नवरात्रि का पारण होगा. नवरात्रि में दशमी के दिन देवी अपराजिता की पूजा होती है.
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