Chankya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्य एक ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपनी विद्वत्ता, बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चाणक्य कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में भी विश्वविख्यात हुए।
इतनी सदियाँ गुजरने के बाद आज भी यदि चाणक्य के द्वारा बताए गए सिद्धांत और नीतियाँ प्रासंगिक हैं तो मात्र इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने गहन अध्ययन, चिंतन और जीवानानुभवों से अर्जित अमूल्य ज्ञान को, पूरी तरह नि:स्वार्थ होकर मानवीय कल्याण के उद्देश्य से अभिव्यक्त किया।
“चाणक्य नीति” आचार्य चाणक्य की नीतियों का अद्भुत संग्रह है, जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना वह दो हजार चार सौ साल पहले था, जब इसे लिखा गया था ।
चाणक्य नीति द्वारा मित्र-भेद से लेकर दुश्मन तक की पहचान, पति-परायण तथा चरित्र हीन स्त्रियों में विभेद, राजा का कर्तव्य और जनता के अधिकारों तथा वर्ण व्यवस्था का उचित निदान हो जाता है। महापंडित आचार्य चाणक्य की ‘चाणक्य नीति’ में कुल सत्रह अध्याय है, जिन्हे आप नीचे दिए गए लिंक्स पर पढ़ सकते हैं !
आचार्य चाणक्य ने जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए हैं। चाणक्य नीति के अनुसार हर व्यक्ति के जीवन में जीवनसाथी सबसे ज्यादा अहिमियत रखता है। इसलिए महिला और पुरुष अपने लिए सबसे बेहतर जीवनसाथी ढूंढने की कोशिश करते हैं।
महिलाओं को कैसा जीवनसाथी चाहिए, इसका जिक्र खुद चाणक्य ने अपनी नीतियों में किया है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियो में बताया है कि पुरुषों के कुछ ऐसे गुण होते हैं, जिन्हें देखते ही महिलाएं फिदा हो जाती हैं। ऐसे पुरुषों को पाने के लिए वह भरसक कोशिश भी करती हैं। हर महिला चाहती है कि उसके जीवनसाथी में ये तीन गुण जरूर हों।
शांत स्वभाव व दमदार आवाज-
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के बोलचाल का तरीका बताता है कि वह किसी तरह का व्यक्ति है और उसे कैसे संस्कार मिले हैं। महिलाओं को ऐसे पुरुष सबसे ज्यादा पसंद आते हैं जो शांत स्वभाव के हों और जिनकी आवाज दमदार हो।
माना जाता है कि ऐसे पुरुष गंभीर और ज्ञानी होती हैं। ये किसी के साथ गलत बर्ताव नहीं करते और महिलाओं का भी पूरा सम्मान करते हैं। साथ ही अपनी आवाज के दम पर हर जगह छाप छोड़ते हैं।
व्यक्तित्व भी रखता है मायने-
आचार्य चाणक्य का मानना है कि महिला और पुरुष, दोनों चाहते हैं कि उनका जीवनसाथी देखने में सुंदर हो, लेकिन महिलाएं सुंदरता से ज्यादा व्यक्तित्व को अहमियत देती हैं।
महिलाएं ऐसे लोगों से दूर रहना चाहती हैं जो घमंडी, धूर्त या लालची स्वभाव के होते हैं। महिलाएं ऐसे पुरुषों को ज्यादा पसंद करती हैं जो ईमानदार और मेहनती हो। माना जाता है कि ऐसे लोग हर मुश्किल का सामना कर सकते हैं।
श्रोता स्वभाव का पुरुष-
आचार्य चाणक्य के अनुसार, यह हर महिला की इच्छा होती है कि उनका जीवनसाभी श्रोता स्वभाव का हो और उसकी हर छोटी-बड़ी बातों को सुने और समझे।
महिलाएं अपने साथी से अपना दुख दर्द बांटकर सुकून पाती हैं। वहीं जो पुरुष सिर्फ अपनी ही धौंस जमाते रहते हैं, उनसे महिलाएं हमेशा दूर रहना चाहती हैं।[डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते है।]