Chanakya Niti: सुख-दुख प्रत्येक व्यक्ति का साथी है। जिस प्रकार रात के बाद दिन और दिन के बाद रात आती है। ठीक वैसे ही दुखों के बाद जीवन में खुशियों का आगमन जरूर होता है, क्योंकि समय ज्यादा वक्त तक स्थिर नहीं रहता है। हालांकि बुरा और अच्छा समय आने से पहले हर एक व्यक्ति को कुछ न कुछ संकेत मिलने लगते हैं। आज हम आपको आचार्य चाणक्य द्वारा चाणक्य नीति शास्त्र में बताए गए उन 5 संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बुरा समय यानी दुर्भाग्य आने से पहले घर में दिखाई देने लगते हैं।
क्लेश बढ़ना
घर में अचानक क्लेश बढ़ रहा है, तो उसे अशुभ माना जाता है। ये संकेत है कि आपके परिवार को किसी की बुरी नजर लग गई है, जिसके कारण भविष्य में आपके घरवालों को आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है।
पौधों का सूखना
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि घर में रखा तुलसी का पौधा यदि बार-बार सूख रहा है, तो इसे एक अशुभ संकेत माना जाता है। इसका अर्थ है कि भविष्य में आपको पैसों की कमी का सामना करना पड़ेगा।
बड़े-बुजुर्गों का सम्मान न करना
चाणक्य ने बताया है कि जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का आदर नहीं होता है। वहां पर कभी भी धन की देवी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इसके अलावा घर-परिवार में खुशहाली भी नहीं रहती है।
पूजा-पाठ में विघ्न आना
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि जिस घर में नियमित रूप से पूजा-पाठ नहीं होता है। वहां कभी भी पैसों का वास नहीं होती है। घरवाले सदा धन को लेकर परेशान रहते हैं।इसे भी जरूर पढ़ें –
शीशा टूटना
चाणक्य के अनुसार, यदि आपके घर में बार-बार शीशा टूट रहा है, तो इस संकेत को नजरअंदाज न करें। इसका अर्थ है कि आपको धन हानि हो सकती है। विभिन्न परेशानियां आपको घेर सकती हैं।