आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने अपनी चाणक्यनीति (Chanakya Niti) में बताया है कि हर पुरुष को अपनी पत्नी के साथ कैसे रहना चाहिए। चाणक्यनीति (Chanakya Niti) के अनुसार कहा जाता है कि जो पति अपनी पत्नी को ऐसा सुख नहीं दे पाता वह दरिद्र हो जाता है।
कामवासना – यदि कोई पुरुष अपनी पत्नी के बजाय किसी अन्य स्त्री पर मोहित होता है तो देवी लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं (Lakshmi unhappy)। थोड़े समय के लिए धन और मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। लेकिन यह अस्थायी है। क्योंकि घर में लक्ष्मी को प्रसन्न रखना मनुष्य की जिम्मेदारी होती है।
आलस्य – यदि कोई व्यक्ति आलसी है, आलस्य नहीं छोड़ पाता है तो उसके घर में धन की कमी रहती है। जिस घर में आलस्य होता है उस घर में लक्ष्मी देवी प्रवेश नहीं करती हैं। ऐसे लोग कर्ज में डूबे रहते हैं और अपनी स्त्रियों को कष्ट देते हैं।इसे भी जरूर पढ़ें –
लालच – लालची मनुष्य हर चीज के लिए लालची होते हैं चाहे वह भौतिक सुख हो या शारीरिक। इनकी नजर हमेशा दूसरों पर रहती है। ऐसे पुरुष भी जल्द ही गरीब हो जाते हैं क्योंकि लक्ष्मी उनसे अप्रसन्न होती हैं।
बुरी भाषा – जो पुरुष अपनी पत्नी को तुच्छ समझते हैं और उसके लिए बुरे शब्दों का प्रयोग करते हैं वे कभी सफल नहीं होते। ऐसे पुरुष घर के बड़े-बुजुर्गों का सम्मान भी नहीं करते और पाप के भागीदार बनते हैं। उन्हें कुछ परेशानी का सामना करना पड़ता है।