उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की सनातन धर्म की जो मान्यता है, यह दुनिया के सबसे प्राचीन संस्कृति है।
इसकी तुलना किसी मत मजहब और संप्रदाय से नहीं हो सकती। सनातन की परंपरा आकाश के भी ऊंची है। प्रयागराज महाकुंभ पर सीएम ने कहा कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक विरासत और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। इसके आयोजन के दौरान भारत के ऋषि-मुनि एकत्र होकर उस समय की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर चिंतन करते थे। यह आयोजन न केवल परंपरा का सम्मान है, बल्कि इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करना भी आवश्यक है। सीएम ने कहा कि 2019 के प्रयागराज कुंभ में यह देखा गया कि कैसे आधुनिक तकनीक, प्रबंधन और संस्कृति का सामंजस्य किया गया। यही प्रयास आने वाले महाकुंभ में भी होगा। इसे भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इस आयोजन से न केवल देश के नागरिक, बल्कि दुनियाभर के लोग भी आकर्षित हो रहे हैं।
महाकुंभ समृद्धि, विरासत और आध्यात्मिक परंपरा का जीवंत प्रमाण
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने पिछले 10 वर्षों में जो प्रगति की है, महाकुंभ इसका सशक्त माध्यम बनेगा। यह भारत की समृद्धि, विरासत और आध्यात्मिक परंपरा का जीवंत प्रमाण है। विदेशी जूठन खाने वाले लोग हमें बदनाम करने में लगे हैं। देश में जातिवाद का जहर घोलकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं। लेकिन, देश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। सीएम ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब हम बंटे हैं, तो कमजोर हुए हैं। जब एकजुट हुए हैं, तो अजेय बने हैं। इसीलिए मैंने पहले कहा था कि बंटोगे तो कटोगे और एक रहोगे तो नेक रहोगे। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोग जाति और मजहब के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास करते हैं। ये वही शक्तियां हैं जो भारत को कमजोर करने का षड्यंत्र रचती हैं। आज यूपी का नागरिक पलायन नहीं कर रहा है। माफिया और अपराधी भाग रहे हैं।
शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाए जाएंगे
सीएम ने कहा कि यह समझना मुश्किल है कि वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड। हमारी सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है। एक-एक इंच जमीन की जांच करवा रही है। जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी। गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाए जाएंगे। सीएम ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि अगर भारत को समझना है, तो राम, कृष्ण और शिव की परंपरा को पढ़ो। जो नेता लोहिया जी के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्होंने इनकी बातों को कभी नहीं समझा। जो लोग अयोध्या के विकास का विरोध कर रहे थे, उन्हें वहां जाने का नैतिक अधिकार नहीं है।
धर्म और परंपरा के प्रति जागरूकता का संकेत
सीएम ने कहा कि संभल में श्रीहरि विष्णु का दसवां अवतार कल्कि का उल्लेख पुराणों में मिलता है। वहां धार्मिक स्थलों को तोड़कर कब्जा करने का प्रयास हुआ। हमारी सरकार ने न्यायालय के आदेश के अनुसार कार्रवाई की। यहां दंगाइयों को सख्त संदेश दिया। यदि कोई अंतर्मन से अपने धर्म में लौटना चाहता है, तो उसका स्वागत होना चाहिए। यह धर्म और परंपरा के प्रति जागरूकता का संकेत है।