नई दिल्ली: सरकार मिडिल क्लास को भी इनकम टैक्स में छूट दे सकती है। हालांकि इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। माना जा रहा है कि सरकार 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट में इस बारे में कोई ऐलान कर सकती है। यह जानकारी इकनॉमिक टाइम्स ने रॉयटर्स के हवाले से दी है। इसमें बताया गया है कि सरकार सालाना 15 लाख रुपये कमाने वाले को भी इनकम टैक्स में छूट दे सकती है।
सरकार मिडिल क्लास को टैक्स से राहत देना चाहती है। वहीं सरकार का प्लान है कि मंदी के कारण उपभोग को बढ़ावा दिया जाए। इन्हीं वजहों के कारण सरकार 15 लाख रुपये तक कमाने वाले मध्यम वर्ग को इनकम टैक्स में छूट देने का विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो इससे लाखों टैक्सपेयर्स को फायदा होगा।
कितनी होगी कटौती?
सालाना 15 लाख रुपये तक कमाने वाले को इनकम टैक्स में कितनी छूट मिलेगी, इस बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक अभी किसी भी कटौती के आकार पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। इस बारे में जो भी फैसला होगा, वह 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट में बता दिया जाएगा।
अभी देना पड़ता है काफी टैक्स
अभी इनकम टैक्स चुनने की दो व्यवस्थाएं हैं। पहली पुरानी और दूसरी नई। नई व्यवस्था साल 2020 से शुरू हुई थी। इसमें एचआरए जैसी सुविधाओं पर कोई छूट नहीं मिलती। नई व्यवस्था में सालाना 3 लाख रुपये की कमाई से लेकर 15 लाख रुपये तक की कमाई पर 5 से 20 फीसदी टैक्स लगाया जाता है। इससे ज्यादा कमाई पर 30 फीसदी की दर से इनकम टैक्स देना होता है।
अर्थव्यवस्था के लिए भी बेहतर कदम!
सरकार अगर मिडिल क्लास के लिए इनकम टैक्स में कटौती करती है तो इससे ऐसे लोगों के हाथों में ज्यादा पैसा आएगा। यह पैसा देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में मदद कर सकता है। दरअसल, सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी पिछली 7 तिमाहियों के मुकाबले काफी कम रही है। अगर लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आएगा तो वे ज्यादा खर्च कर सकेंगे। इससे देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी।
मिडिल क्लास पर मेहरबानी क्यों?
सरकार को इस समय मिडिल क्लास से कई तरह की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। महंगाई की मार मिडिल क्लास पर ही सबसे ज्यादा पड़ रही है। मिडिल क्लास को सरकार की तरफ से खास राहत भी नहीं मिल रही है। महंगाई के मुकाबले वेतन में वृद्धि कम हो रही है।
महंगाई की वजह से साबुन और शैंपू से लेकर कारों और दोपहिया वाहनों तक की मांग कम रही है। इन चीजों का मिडिल क्लास ही सबसे बड़ा ग्राहक है। ऐसे में सरकार इनकम टैक्स में छूट देकर मिडिल क्लास को खुश करना चाहती है।