पेट्रोल पंप व्यवसाय भारत में एक लाभकारी उद्यम है, लेकिन इसके पीछे की कमाई की संरचना को समझना आवश्यक है। जब कोई ग्राहक 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है, तो पेट्रोल पंप को कितनी कमाई होती है, यह जानना महत्वपूर्ण है।
इस लेख में हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
पेट्रोल की कीमत और पेट्रोल पंप की कमाई
भारत में पेट्रोल की कीमतें विभिन्न कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें, टैक्स, और परिवहन लागत। आमतौर पर, जब कोई ग्राहक 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है, तो इसमें से लगभग 50-60% राशि सरकार द्वारा लिए गए टैक्स के रूप में जाती है। इस प्रकार, वास्तविक लागत और पेट्रोल पंप की कमाई का विश्लेषण करने के लिए हमें पहले इसकी संरचना को समझना होगा।
- पेट्रोल की कीमत का विभाजन
– कच्चा तेल**: लगभग 30-40%
– टैक्स (केंद्र और राज्य): लगभग 50-60%
– पेट्रोल पंप का कमीशन: लगभग 2-5 रुपए प्रति लीटर
- कमीशन की गणना
पेट्रोल पंप मालिक को पेट्रोल की बिक्री पर प्रति लीटर औसतन 2 से 5 रुपए का कमीशन मिलता है। यदि हम मान लें कि एक लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपए है और पंप को 3 रुपए प्रति लीटर का कमीशन मिलता है, तो:
= ×
यदि ग्राहक 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है, तो मान लीजिए कि वह लगभग 3 लीटर पेट्रोल खरीदता है (यदि एक लीटर की कीमत 100 रुपए है)।
=3 ×3 =9
इस प्रकार, यदि कोई ग्राहक 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है, तो पेट्रोल पंप की कमाई लगभग 9 रुपए होती है।
अन्य आय के स्रोत
पेट्रोल पंप केवल पेट्रोल बेचने से ही नहीं कमाते हैं। उनके पास अन्य आय के स्रोत भी होते हैं:
– डीजल बिक्री: डीजल पर भी कमीशन मिलता है।
– अन्य उत्पाद: जैसे कि टायर, ऑयल, और अन्य वाहन संबंधी सामान।
– सेवा शुल्क: वाहन धोने या अन्य सेवाओं के लिए।
निवेश और खर्च
पेट्रोल पंप खोलने के लिए प्रारंभिक निवेश काफी अधिक होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह लागत लगभग 12 से 15 लाख रुपए होती है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह बढ़कर 20 से 35 लाख रुपए तक हो सकती है। इसके अलावा, पंप को चलाने के लिए नियमित खर्च भी होते हैं जैसे कि कर्मचारियों की तनख्वाह, रखरखाव आदि।
अंततः, जब कोई ग्राहक पेट्रोल भरवाता है, तो उस राशि का एक बड़ा हिस्सा टैक्स के रूप में चला जाता है। पेट्रोल पंप को जो कमीशन मिलता है वह अपेक्षाकृत कम होता है। हालांकि, यदि सही तरीके से प्रबंधन किया जाए और अन्य उत्पादों एवं सेवाओं को शामिल किया जाए, तो यह व्यवसाय लाभकारी हो सकता है।