इन बसों में किलाड़-हिलूटवान रूट पर सुबह के समय व्यापारियों द्वारा बस में निर्धारित वजन से ज्यादा आलू ढोए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि व्यापारी निजी वाहनों का किराया बचाने के चक्कर में एचआरटीसी की बसों में आलू की बोरियां किलाड़ पहुंचा रहे हैं। वहीं, एचआरटीसी प्रबंधक इस पूरे मसले पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
व्यापारियों द्वारा मुनाफे के चक्कर में नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। बीते सोमवार को हिलूटवान से किलाड़ रूप पर चलने वाली बस में व्यापारियों द्वारा बस की सीटों पर भी आलू की बोरियां रखी हुई थीं। इस कारण यात्रियों का सफर करने में काफी परेशानी पेश आ रही है।
यात्रियों को खड़े-खड़े सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उक्त रूट पर चलने वाली एचआरटीसी बस को इन दिनों व्यापारियों ने माल वाहन की जगह एचआरटीसी बस को ही बना डाला हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हिलूटवान-किलाड़ रूट पर वाली बस में हर दिन लगभग 60 से 70 सवारियां होती हैं लेकिन उसके बावजूद भी आलू की बोरियां ढोई जा रही हैं।