संगड़ाह। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की चंडीगढ़-संगड़ाह-हरिपुरधार बस के चालक और परिचालक ने एक यात्री के मृत्यु के बाद भी उसका शव कई किलोमीटर तक घुमाया। यही नहीं, बस ने इस दौरान न केवल 60 से अधिक किलोमीटर का सफर तय किया बल्कि शव पूरी रात बस में ही पड़ा रहा।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 45 वर्षीय रमेश चंद मंगलवार शाम ददाहू से अपने गांव डाडा खलोर (संगड़ाह के निकट) के लिए बस में सवार हुए थे। यात्रा के दौरान बस में ही उनकी मृत्यु हो गई। प्रारंभिक जांच में उनकी मौत का कारण ठंड और शराब का सेवन माना जा रहा है।
बस का रात्रि ठहराव अंधेरी में होता है, जो संगड़ाह से लगभग 5 किलोमीटर दूर है। रात को चालक और परिचालक बस खड़ी कर सोने चले गए, जबकि मृतक पिछली सीट पर पड़ा रहा। हैरानी की बात यह है कि सुबह भी किसी को मृतक की मौजूदगी का पता नहीं चला। बुधवार सुबह जब बस ददाहू वापस लौटी तब परिचालक ने रमेश चंद का शव देखा। इस दौरान बस लगभग 64 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी थी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस थाना रेणुका जी की टीम ने चालक और परिचालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। परिचालक को सुबह शराब के नशे में पाया गया, जिसके चलते उसकी मेडिकल जांच करवाई गई है।
ग्रामीणों के अनुसार, मृतक रमेश चंद अपने गांव के एक अन्य व्यक्ति के साथ मजदूरी का काम खत्म कर घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि रमेश चंद शराब के नशे में थे, और ठंड लगने के कारण उनके साथी ने उन्हें बाइक से उतारकर बस में चढ़ा दिया था। घटना के बाद परिवहन निगम के नाहन बस अड्डा प्रभारी ने बताया कि इस रूट पर एक दूसरी बस भेजी गई है।
उधर, मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी संगड़ाह मुकेश डडवाल ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि मामले की छानबीन जारी है और परिचालक की मेडिकल जांच भी करवाई जा रही है।