
शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून के विदा होने के दस दिन बाद मौसम एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाने जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए प्रदेशभर में बारिश, ओलावृष्टि, आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होने का भी अनुमान है।
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई है और शुक्रवार को भी कुछ क्षेत्रों में मौसम खराब बना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले करीब एक सप्ताह तक प्रदेश में मौसम के कड़े मिजाज देखने को मिलेंगे। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड बढ़ने लगेगी और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से सर्दी का असर तेज हो जाएगा।
पूर्वानुमान के मुताबिक 4 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक हिमाचल के मैदानी, मध्य और ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम लगातार सक्रिय रहेगा। निचले और मैदानी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी जबकि मध्य पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और आंधी-तूफान का प्रकोप देखने को मिलेगा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने साफ किया है कि 5 और 6 अक्टूबर को हालात ज्यादा खराब रहेंगे, इस दौरान भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज गर्जन के साथ तूफान चलने का खतरा है। जिला स्तर पर जारी चेतावनी के अनुसार 4 अक्टूबर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और सोलन जिलों में बिजली गिरने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
5 अक्टूबर को मौसम और ज्यादा बिगड़ेगा। इस दिन ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा व मंडी जिलों के लिये ओरेंज अलर्ट जबकि कुल्लू, शिमला, सोलन, सिरमौर, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने कहा है कि इन इलाकों में भारी बारिश, ओलावृष्टि, गर्जन और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। उच्च पर्वतीय जिलों जैसे लाहौल-स्पीति और किन्नौर में बारिश के साथ बर्फबारी और तेज हवाओं का भी अनुमान है।
6 अक्टूबर को भी हालात कुछ इसी तरह बने रहेंगे। चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ गर्जन और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवा चलने का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। इस दिन मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर के अलावा शिमला, सोलन, सिरमौर व किन्नौर में भी आंधी-तूफान, भारी वर्षा व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट रहेगा।
7 अक्टूबर को मौसम विभाग ने कुछ जिलों के लिए चेतावनी को घटाकर येलो अलर्ट जारी किया है। इस दिन लाहौल स्पीति, कांगड़ा, चंबा, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में बिजली गिरने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। वहीं अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने साफ किया है कि 8 और 9 अक्टूबर को भी कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी, लेकिन इस दौरान किसी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। बादलों के बरसने से पहाड़ी इलाकों में बारिश के बाद ठंड का असर बढ़ेगा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से लोगों को ठंड का एहसास और ज्यादा होगा।
यह भी ध्यान देने वाली बात है कि प्रदेश से मानसून विदा हुए अभी मुश्किल से दस दिन ही बीते हैं, और मौसम एक बार फिर अपना असर दिखा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों के लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। पहाड़ों में सफर करने वालों को अलर्ट रहने और मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
इस दौरान किसानों और बागवानों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। भारी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों और बागवानी को नुकसान पहुंच सकता है। बीते 24 घंटों में जतौन बैरेज में 19, पच्छाद व नेरी में 18-18, ददाहू में 16 व नाहन में 13 मिमी वर्षा हुई है।