राजद प्रवक्ता चितरंगन गगन ने गुरुवार को कहा कि पीएम के रोड शो में मुख्यमंत्री के हाथ में कमल का निशान पकड़ाए जाने के साथ ही बैनर से नीतीश कुमार की तस्वीर भी गायब कर दी गई। जिस वजह से जदयू के अंदर काफी आक्रोश है।
‘…नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मंच साझा नहीं किया’
उन्होंने कहा कि रोड शो के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ फिर कोई मंच नहीं साझा किया। दूसरी ओर, भाजपा समर्थक मान रहे हैं कि जदयू समर्थकों ने भाजपा उम्मीदवारों के साथ विश्वासघात किया है। यही स्थिति लोजपा (रामविलास) की भी है।
‘जदयू के लोग खुलेआम चिराग और…’
उन्होंने कहा कि लोजपा समर्थक तो अब खुले तौर पर कहने लगे हैं कि जदयू के लोग खुलेआम चिराग और पार्टी के दूसरे उम्मीदवारों के खिलाफ सक्रिय रहे पर भाजपा नेतृत्व मूकदर्शक बनी रही।
उन्होंने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा जी की स्थिति तो और भी खराब है। भाजपा और जदयू दोनों उनके राजनीतिक भविष्य को समाप्त करने पर लगी हुई है। इसे वे भी समझ रहे हैं पर मजबूरीवश अभी चुप हैं। संभव है पहली जून को मतदान संपन्न होने के बाद वे अपना मुंह खोलेंगे।