नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अब तक 59 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. अभी भी 11 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होनी बाकी है. हालांकि, सूत्रों की मानें तो बीजेपी 11 विधानसभा सीटों में से 2-3 सीटें अपने सहयोगियों के लिए छोड़ सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी बाकी 11 विधानसभा सीटों में से 8 या 9 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारेगी. संभव है कि बीजेपी एनडीए में अपने सहयोगियों नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी एलजेपी (आर) के लिए 2 से 3 विधानसभा सीटें छोड़ सकती है.
ज्यादा सीटों की उम्मीद है
वहीं सूत्रों की मानें तो जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) को बीजेपी से ज्यादा सीटों की उम्मीद है. एलजेपी (रामविलास) 2 से 3 विधानसभा सीटें चाहती है जबकि जनता दल यूनाइटेड 4 से 6 विधानसभा सीटों की उम्मीद कर रही है. वहीं, 70 में से 59 उम्मीदवारों के नाम आने के बाद यह लगभग तय हो गया है कि जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) को उनकी उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिल रही हैं. माना जा रहा है कि चर्चा के मुताबिक तीन सीटों में से नीतीश कुमार की जेडीयू को दो सीटें और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को एक सीट दी जा सकती है।
उम्मीदवार उतारने का मौका दे सकती
नीतीश कुमार की पार्टी को दिल्ली की बुराड़ी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार उतारने का मौका मिल सकता है, जबकि चिराग पासवान की पार्टी को बीजेपी दिल्ली के संगम विहार से उम्मीदवार उतारने का मौका दे सकती है. बीजेपी जो सीटें अपने सहयोगियों के लिए छोड़ सकती है वो वो सीटें हैं जहां पर पूर्वांचल और खासकर बिहार के वोटरों की संख्या अच्छी-खासी है. इन सीटों पर बिहार और पूर्वाचल के मतदाता उम्मीदवार की जीत-हार का अंतर तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं.
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