कोलकाता नाईट राइडर्स (KKR) आईपीएल की उन टीमों में से है जिसने दो बार ख़िताब पर अपना कब्जा जमाया है। ये दोनों ख़िताब टीम ने गौतम गंभीर की कप्तानी में जीता है। गंभीर की कप्तानी में केकेआर ने 2012 और 2014 का ख़िताब जीता है।
हालांकि, इस फ्रेंचाइजी का हिस्सा तीन ऐसे भी खिलाड़ी थे जिन्हें तब तक टीम इंडिया में मौका नहीं मिल पाया, जब तक वो कोलकाता की फ्रेंचाइजी से जुड़े हुए थे। हालांकि, ये फ्रेंचाइजी छोड़ते ही इन खिलाड़ियों की किस्मत चमकी और आज ये टीम इंडिया में अपना जलवा बिखेर रहे हैं।
सूर्यकुमार यादव
इस लिस्ट में पहला नाम सूर्यकुमार यादव है जिन्हें पहली बार मुंबई इंडियंस ने अपने साथ जोड़ा था। इसके बाद मुंबई ने जब उन्हें रिलीज किया तो वो 2014 में कोलकाता नाईट राइडर्स (KKR) का हिस्सा बने जहाँ उन्होंने 41 पारियों में 608 रन बनाए थे। इसके बाद सूर्या को फिर से मुंबई ने अपने साथ जोड़ा और इसके बाद से ही उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला। बता दें कि मुंबई ने उन्हें 2018 में अपने साथ वापस जोड़ा था।
शुभमन गिल
इस लिस्ट में दूसरा नाम शुभमन गिल का है जिन्हें 2018 के अंडर 19 विश्व कप के बाद कोलकाता नाईट राइडर्स (KKR) की तरफ से खेलने का मौका मिला था। उन्होंने कोलकाता के लिए चार सीजन की 55 पारियों में उन्होंने 1,147 रन बनाए।
फिर 2022 में गुजरात टाइटंस ने उन्हें अपने साथ जोड़ा जहाँ उन्होंने 16 मैचों में 483 रन की पारी खेली। केकेआर (KKR) छोड़ने के बाअद ही इस खिलाड़ी की किस्मत चमकी है। टीम इंडिया में गिल ऐसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं जिनके नाम क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक बन चुके हैं।
राहुल त्रिपाठी
इस लिस्ट में तीसरा नाम राहुल त्रिपाठी का है जिन्होंने आईपीएल करियर की शुरुआत साल 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से की थी। इसके बाद 2018 में वो राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा बने जहाँ वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसके बाद 2020 में वो कोलकाता नाईट राइडर्स (KKR) से जुड़े थे और इसके बाद से ही उनकी ज़िन्दगी बदल गई।
कोलकाता की तरफ से उन्होंने 27 पारियां खेलीं और 627 रन बनाए। वहीं, साल 2022 के लिए केकेआर ने उन्हें रिटेन नहीं किया और वो सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़ गए जहाँ उन्होंने 14 मैचों में 413 रन बनाए। वहीं, केकेआर (KKR) छोड़ने का उन्हें फायदा भी हुआ। इसी साल की शुरुआत में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया।