भारतीय रेलवे की बात करें तो वह वर्तमान में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। इससे गरीब, अमीर मध्यमवर्गीय से लेकर हर क्लास के लोग सफर करते हैं। हमारे यहां रेलवे से तकरीबन 4 करोड़ लोग प्रतिदिन सफर करते हैं। दिन प्रतिदिन भारतीय रेलवे ने भी अपनी सुविधाओं में इजाफा किया है।
जब आप ट्रेन से सफर करते होंगे तब आप अलग-अलग रंगों के ट्रेन देखते होंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि इन ट्रेनों का रंग अलग-अलग क्यों होता है। आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे कि आखिर गरीब रथ ट्रेन का रंग हरा क्यों होता है, क्योंकि इसके बारे में बहुत कम लोगों को मालूम होगा।
गरीब रथ ट्रेन के बारे में कुछ विशेष बातें
गरीब रथ ट्रेन की बात करें तो इसे साल 2005 में लांच किया गया था। गरीब रथ के लॉन्च होने के करीब 1 साल बाद इस ट्रेन को पहली बार सहरसा जंक्शन से लेकर अमृतसर जंक्शन तक चलाया गया था। आपको बता दें कि सरकार ने इस ट्रेन की शुरुआत मध्यमवर्गीय लोगों को ध्यान में रखकर की थी, क्योंकि मिडिल क्लास लोगों की आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी नहीं होती है।
मध्यमवर्गीय लोगों के लिए चलाई गई यह ट्रेन
यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि हर कोई प्रीमियम ट्रेनों में सफर करना चाहता है, लेकिन मध्यमवर्गीय लोग अपनी एक इच्छा को पैसों की वजह से पूरा नहीं कर पाते थे। जिस वजह से सरकार ने मध्यमवर्गीय लोगों की इच्छा को पूरा करने के लिए कम पैसे में आधुनिक सुविधाएं देने का सोचा। सरकार की इसी सोच के साथ गरीब रथ ट्रेन को लांच किया गया।
130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती है गरीब रथ
आपको बता दें कि कम पैसे में आधुनिक सुविधा देने के लिए गरीब रथ ट्रेन में एसी कोच में सीटों के बीच की दूरी को कम किया गया और एक एसी कोच में 78 सीटों को रखा गया। बता दें कि प्रीमियम ट्रेनों में शामिल गरीब रथ में राजधानी ट्रेन और बंदे भारत की तरह खाना-पीना नहीं मिलता है। इस ट्रेन की स्पीड की बात करें तो यह ट्रेन दूसरी सुपरफास्ट ट्रेनों की तुलना में अधिक तेजी से पटरी पर दौड़ता है। गरीब रथ ट्रेन की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा है।
इस वजह से है गरीब रथ ट्रेन का हरा रंग
जैसा कि आपने देखा होगा गरीब रथ ट्रेन के कोच हरे रंग का होता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि हरा रंग ही इस ट्रेन की पहचान है। बता दें कि जब यह ट्रेन बनाया जा रहा था तब इस ट्रेन का कैसा रंग रखें इस पर गहन विचार विमर्श हुआ था। फिर अंत में जाकर हरे रंग पर सहमति बनी थी। हरा रंग इसलिए चुना गया क्योंकि हरे रंग को शांति, आरामदायक और सुखद अनुभव के लिए जाना जाता है। इस वजह से इस रंग का चयन किया गया। इतना ही नहीं हरा रंग गति और सुरक्षा के तौर पर भी सही माना जाता है, इसी वजह से गरीब रथ ट्रेन का रंग हरा रखा गया।