नई दिल्ली। भारत जैसे विशाल देश जहां कई धर्मों-भाषाओं में लोग बंटे हुए हैं, वहां धार्मिक कुरीतियों का भी जबरदस्त बोलबाला देखने को मिलता है। खासकर महिलाओं की आज़ादी चाहे वो खाने-पीने, रहन-सहन, पहनावे, जीवन साथी चुनने का हक़ आदि हो को लेकर रोक-टोक लगी रहती है।
इस्लाम में भी मुस्लिम महिलाएं इसी तरह की धार्मिक रीति-रिवाजों और कुरीतियों में उलझी हुई है। उन्हें तलाक और हलाला जैसी कुप्रथा से लड़ना पड़ता है।
तलाकशुदा के साथ संबंध
हलाला के नाम पर कई लड़कियों का शोषण किया जाता है। हलाला इस्लाम में एक ऐसी घिनौनी प्रथा है, जिसमें एक तलाकशुदा महिला को किसी अन्य पुरुष से शादी करके उसके साथ रात गुजरानी पड़ती है। फिर उसका नया पति उसके साथ शारीरिक संबंध बनाकर छोड़ देता है ताकि पहले वाला पति उससे दोबारा निकाह कर सके। कई धार्मिक मौलाना तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के साथ एक रात सोने के लिए हलाला निकाह कर रहे हैं।
खुद को बेचते हैं मौलाना
रिपोर्ट के मुताबिक जो तलाकशुदा मुस्लिम महिलाएं अपनी शादी बचाना चाहती है, मौलाना उससे निकाह कर रहा है और संबंध बनाकर तलाक दे रहा। इसके साथ-साथ मौलाना महिलाएं से 20 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक वसूल करता है। इस्लामी विद्वान तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के हाथों खुद को बेच रहे हैं। उससे उनको फायदा ही हो रहा। इसे लेकर मौलानाओं का कहना है कि इससे न उनको सिर्फ कमाई हो रही बल्कि एक रात के लिए संबंध बनाने को भी मिल जाता है।
पत्नी तक को मालूम नहीं हकीकत
दिल्ली के जामिया नगर में रहने वाले एक मौलाना (नाम छुपाई गई है) के मुताबिक उसकी दो बीबियां है। उसका कहना है कि हलाला के नाम पर वह कई महिलाओं के साथ यौन सुख की प्राप्ति करता है। दो बीबियां होने की वजह से किसी को शक नहीं होता है। पहली वाली को लगता है कि दूसरी वाली के साथ होगा जबकि दूसरी वाली को लगता है पहली वाली के साथ है। ऐसे में ज्यादातर रात किसी अन्य से निकाह करके शारीरिक सुख लेता है। साथ ही पैसे भी मिल जाते हैं।