पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम्स हमेशा से निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प रही हैं। इनमें से फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (Post Office FD Scheme) खास तौर पर उन लोगों के लिए है, जो अपने पैसे को सुरक्षित रखते हुए गारंटीड रिटर्न चाहते हैं। यह स्कीम बैंक FD की तरह ही काम करती है, लेकिन सरकारी सुरक्षा और आकर्षक ब्याज दरें इसे अलग बनाती हैं।
पोस्ट ऑफिस FD स्कीम
पोस्ट ऑफिस FD स्कीम में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित है। इसका मतलब है कि यहां आपका पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा, निवेश पर सुनिश्चित ब्याज दरें दी जाती हैं, जिससे आपको पहले से ही पता होता है कि मैच्योरिटी पर आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
इस स्कीम में आप अपनी सुविधा के अनुसार 1 साल, 2 साल, 3 साल या 5 साल के लिए निवेश कर सकते हैं। अवधि जितनी लंबी होगी, ब्याज दर उतनी ही आकर्षक मिलेगी।
मौजूदा ब्याज दरें
पोस्ट ऑफिस FD स्कीम के तहत विभिन्न अवधि के लिए अलग-अलग ब्याज दरें लागू होती हैं। वर्तमान में ब्याज दरें निम्नलिखित हैं:
- 1 साल के लिए: 6.9% प्रति वर्ष
- 3 साल के लिए: 7% प्रति वर्ष
- 5 साल के लिए: 7.5% प्रति वर्ष
यह ब्याज दरें बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होतीं, जिससे आपको स्थिर रिटर्न मिलता है।
₹2.5 लाख निवेश पर कितना मिलेगा रिटर्न?
अगर आप पोस्ट ऑफिस FD में ₹2.5 लाख का निवेश 5 साल के लिए करते हैं, तो यह 7.5% की ब्याज दर पर आकर्षक रिटर्न देता है। मैच्योरिटी पर आपको कुल ₹3,62,487 प्राप्त होंगे। इसमें से मूलधन ₹2.5 लाख को घटाने पर ब्याज के रूप में आपकी कुल कमाई ₹1,12,487 होगी।
यह रिटर्न सुरक्षित होने के साथ-साथ अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में बेहतर माने जाते हैं, खासतौर पर उन निवेशकों के लिए जो जोखिम से बचना चाहते हैं।
टैक्स छूट का लाभ
5 साल की FD पर आपको इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है। यह उन निवेशकों के लिए एक अतिरिक्त लाभ है जो अपनी कर देनदारी को कम करना चाहते हैं।
कौन कर सकता है आवेदन?
- इस स्कीम में आवेदन करने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना जरूरी है।
- आप सिंगल अकाउंट या जॉइंट अकाउंट (2-3 व्यक्तियों के साथ) खोल सकते हैं।
- इसके लिए निकटतम पोस्ट ऑफिस में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
किसके लिए है यह योजना?
पोस्ट ऑफिस FD स्कीम उन लोगों के लिए सबसे बेहतर है:
- जो जोखिम से बचते हुए स्थिर रिटर्न चाहते हैं।
- जो अपने पैसे को लंबे समय तक सुरक्षित रखना चाहते हैं।
- जो निवेश के साथ-साथ टैक्स बचत का लाभ उठाना चाहते हैं।