पुलिस को होटल के कमरों में युवक-युवतियां बिना आधार आईडी के रुके मिले. पुलिस ने सभी युवक युवतियों के नाम पता जानकर उनको जाने दिया. वहीं एक युवक-युवती ने होटल कमरा अंदर बंद कर लिया. पुलिस के कमरा खुलवाने पर भी दोनों बाहर नहीं निकले. पुलिस ने होटल का स्टॉक रजिस्टर जब्त किया और सभी युवक-युवतियों के आधार कार्ड दिखाने के लिए 24 घंटे का समय दिया।
सिविल लाइन थाना प्रभारी विजय बहादुर वर्मा ने बताया कि लूट मारपीट की घटना की जांच पड़ताल करने के लिए होटल आए हुए थे, लेकिन होटल के स्टॉक रजिस्टर में जिन लोगों के नाम चढ़े थे उनकी कोई आईडी होटल में जमा नहीं थी. इस लापरवाही पर 24 घंटे तक आईडी दिखाने के लिए कहा गया है. अगर नहीं दिखाई तो नियमों का उल्लघंन करने पर कार्रवाई की जाएगी।
असल में इटावा में होटल मैनेजर से एक दिन पहले धारदार हथियार से घायल कर नगदी और चैन लूटने की घटना की छानबीन के लिए पुलिस होटल पहुंची. जहां छानबीन करने पर पुलिस को होटल के कमरों में युवक-युवतियां बिना आधार आईडी के रुके मिले. पुलिस ने सभी युवक युवतियों के नाम पता जानकर उनको जाने दिया. वहीं एक युवक-युवती ने होटल कमरा अंदर बंद कर लिया. पुलिस के खुलवाने पर भी दोनों बाहर नहीं निकले. पुलिस ने होटल का स्टॉक रजिस्टर जब्त किया और सभी युवक-युवतियों के आधार कार्ड दिखाने के लिए 24 घंटे का समय दिया।
शनिवार की रात्रि होटल अनुभव के संचालक मनोज कुमार पुत्र श्यामसुंदर निवासी नगला हरजू इटावा कचौरा रोड स्थित रेलवे पुल के पास नामजद हमलावरों के द्वारा उनके साथ लूटपाट करने का आरोप लगाया था, जिसकी सूचना पर पुलिस छानबीन में जुटी हुई थी. तभी जब थाना सिविल लाइन पुलिस अपनी टीम के साथ घटना की जानकारी लेने होटल पर तो होटल में छानबीन के दौरान 10 लड़के और लड़कियां कमरों में मौजूद पाए गए. पुलिस ने सभी के नाम पता लिखकर उनको जाने दिया।
यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई दफा इसी तरह होटल के भीतर मौज मस्ती करने के मामले सामने आते रहे हैं और पुलिस जांच के नाम पर चेतावनी देकर के या फिर कार्रवाई करके होटल वालों को कहीं ना कहीं छूट दिए हुए नजर आ रही है।